सार

बिना वीजा और कई पासपोर्ट के साथ बॉर्डर पार आई पाकिस्तानी सीमा हैदर के साथ भारत में जिस तरह का व्यवहार अपनाया गया, वह पाकिस्तान के लिए नजीर है, क्योंकि अगर कोई भारतीय इस तरह उसकी सीमा में घुसता तो ऐसे सलूक की उम्मीद तो बिल्कुल भी न होती।

ट्रेंडिंग डेस्क : पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की तरह अगर कोई हिंदुस्तानी पाकिस्तान पहुंच जाता, तो वहां उसके साथ क्या-क्या सलूक होता? यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर (Seema Haider) संदिग्ध हालत में बिना किसी वीजा और कई पासपोर्ट के अपने चार बच्चों के साथ भारत में है। वह करीब हफ्तेभर से पुलिस की निगरानी में है। यूपी एटीएस के अफसरों से सीमा हैदर से पूछताछ कर ली है। कहा जा रहा है कि उसे जल्द ही पाकिस्तान (Pakistan) डिपोर्ट किया जा सकता है। भारत ने सीमा हैदर के साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, वह पाकिस्तान के लिए नजीर है। क्योंकि पड़ोसी मुल्क तो हरगिज ऐसा नहीं करता। आइए जानते हैं गलती से भी सीमा पार करने वाले भारतीयों से पाक में किस तरह का व्यवहार होता है?

गलती से भी बॉर्डर पार करने पर पाकिस्तान में अंजाम

सरबजीत, कुलभूषण, बारी लाल , प्रह्लाद सिंह और प्रसनजीत जैसे नाम तो आपको याद ही होंगे। ये कुछ ऐसे नाम हैं जो या तो पाकिस्तानी जेलों में कैद हैं या उनकी मौत हो गई है। इनमें से ज्यादातर अनजाने में बॉर्डर पार कर पाक सीमा में पहुंचे और पाकिस्तानी सेना ने उन्हें जासूस समझकर पकड़ लिया। उन्हें प्रताड़ित किया गया और जेल में ठूंस दिया गया। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी जेलों में उनके साथ दोयम दर्जे का सलूक किया जाता है। इसी वजह से कुछ कैदी तो पागर तक हो जा रहे हैं। न तो उन्हें राहत दी जाती है और ना ही उनके वापसी पर ही कोई बात होती है।

पाकिस्तानी जेलों में कितने भारतीय कैद

पाकिस्तानी जेलों में बंद भारतीयों के परिवार वाले लगातार कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनकी कहीं सुनवाई ही नहीं हो रही। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, आधिकारिक तौर पर पाकिस्तानी जेलों में वर्तमान में 266 मछुआरे और 42 आम नागरिक बंद हैं, जिनकी सूची सौंपी भी गई है। अनौपचारिक तौर भी पाकिस्तानी जेलों में भारतीयों के कैद होने की कई खबरें आती रहती हैं।

पाकिस्तानी जेलों में भारतीय से कैसा सलूक

पाकिस्तानी जेलों में भारतीयों से किस तरह की प्रताड़ना चलती है, इस पर कई फिल्में भी बन चुकी है। सरबजीत पर भी एक फिल्म बन चुकी है, जिसमें दिखाया गया कि एख किसान सरबजीत गलती से सीमा पार कर जाता है और वहां की सेना उसे गिरफ्तार कर प्रताड़ित करती है। परिवार कई सालों से संघर्श करता है लेकिन एक दिन उसके मौत की खबर आती है। जबकि उसे बेगुनाह साबित कर दिया गया होता है।

पाकिस्तान में कैद कुछ भारतीय कैदियों का दर्दनाक किस्सा

पाकिस्तानी जेल में कैद भारतीयों में एक नाम प्रसनजीत का भी आता है, जिसने बी-फार्मा किया और 2018 में अचानक से लापता हो गया। परिवार वालों को लगा ही उसकी मौत हो चुकी है लेकिन पाकिस्तान की लाहौर जेल से अचानक छूटकर आए कैदी कुलदीप ने बताया कि प्रसनजीत पाकिस्तान की जेल में कैद है। अब उसका परिवार उसकी रिहाई की कोशिश में जुटा है। पाकिस्तान के रिकॉर्ड में उसका नाम सुनील बताया गया है। वह 2019 से वहां कैद है और मानसिक रूप से विक्षिप्त भी हो गया है। मध्यप्रदेश के बालाघाट का रहने वाला प्रसनजीत पाकिस्तान कैसे पहुंचा, यह अब भी एक रहस्य है।

पाकिस्तानी जेलों में टॉर्चर

मध्यप्रदेश के ही सागर जिले के प्रह्लाद सिंह की कहानी कौन भूल सकता है, जिसे किस तरह टॉर्चर किया गया, कई बार सामने आया। प्रह्लाद 30 साल तक वहां की जेल में रहा। परिवार के लोगों ने तमाम कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। दमोह के बारीलाल भी साल 2019 से ही पाकिस्तान में कैद हैं। वहीं, पाकिस्तानी एजेंसियां भी भारतीय कैदियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है। ऐसे में सीमा हैदर को लेकर भारत का रूख पाकिस्तान के लिए नजीर है।

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