सार
हॉट सीट पर अमिताभ के सामने बैठकर नूपुर ने कहा कि झांसी की रानी की तरह उसका जीवन संघर्षों से भरा है। महिलाओं को ऐसा काम करना चाहिए जो लोगों के लिए नजीर बने।
मुंबई. टीवी रिएलिटी शो 'KBC 11' यानी 'कौन बनेगा करोड़पति' का एपिसोड 4 गुरुवार को टेलिकास्ट किया गया। इस एपिसोड में उत्तर प्रदेश के कपूरपुर की नूपुर चौहान ने फास्टेस्ट फिंगर स्टेप पार किया और बिग बी के सामने हॉट सीट पर अपना भाग्य आजमाने बैठ गईं। दिव्यांग होने के बाद भी कंटेस्टेंट के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। उनका जीवन काफी दर्द और संघर्षों से भरा रहा। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और जीवन में आगे बढ़ती चली गईं। इस दौरान नूपुर ने अपने जन्म का एक वाकया सुनाया। उन्होंने बताया कि जन्म के समय डॉक्टरों ने उन्हें मरा समझकर डस्टबिन में फेंक दिया था।
पैसा देने पर नवजात को डस्टबिन से निकाला था बाहर
कंटेस्टेंट बताती हैं कि रिश्तेदारों ने नर्स से काफी रिक्वेस्ट की और पैसे दिए तब जाकर उन्हें डस्टबिन से निकालकर साफ किया और नानी के कहने पर जोर की थपथपाया तब उन्होंने सांस ली और वो रोईं। इसके बाद नूपुर 12 घंटे तक लगातार रोती ही रहीं। जब परिवार वालों को पता चला कि बेटी दिव्यांग है तो उन्होंने बहुत इलाज करवाया लेकिन कोई भी डॉक्टर इस बात को समझ नहीं पाया, जिसका खामियाजा कंटेस्टेंट की हालत को भरना पड़ा।
ट्यूशन के साथ जारी रखी पढ़ाई
नूपुर ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद 12वीं तक के बच्चों को ट्यूशन देती थीं। उसका कहना है कि कुछ भी हो पर कभी किसी का सहारा नहीं बनना चाहिए। अपने जज्बे और हौंसले से बुलंदी छूने के अरमान हमेशा से ही उसके जहन में रहे। वे KBC 11 में एक जीती जागती लोगों के लिए मिसाल बन गईं कि जीवन में कठिनाइयां बहुत है बस उससे लड़ना आना चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए।
झांसी की रानी की तरह आगे बढ़ने का लिया संकल्प
हॉट सीट पर अमिताभ के सामने बैठकर नूपुर ने कहा कि झांसी की रानी की तरह उनका जीवन संघर्षों से भरा है। महिलाओं को ऐसा काम करना चाहिए जो लोगों के लिए मिसाल बने। अपने बल पर खड़ी होकर महिलाएं बड़ा मुकाम हासिल कर सकती हैं। उन्होंने जीवन में झांसी की रानी की तरह बिना डरे आगे बढ़ने का संकल्प लिया।