सार

एक्टर राजेश करीर बेरोजगारी के चलते पाई-पाई को मोहताज हो गए थे। उन्होंने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर लोगों से आर्थिक मदद मांगी थी। मदद मिल जाने के बाद उन्होंने लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अब वे पैसे भेजना बंद कर दें। उन्होंने कहा- 'प्लीज मेरे अकाउंट में अब पैसे मत डालिए क्योंकि मुझे लगता है कि मेरी औकात से ज्यादा आप लोगों न मेरी मदद की हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो उनके अकाउंट में शिवांगी जोशी ने भी 10,000 रुपये जमा करवाए हैं।

मुंबई. टीवी शो बेगुसराई में शिवांगी जोशी के पिता का रोल निभाने वाले एक्टर राजेश करीर बेरोजगारी के चलते पाई-पाई को मोहताज हो गए थे। उन्होंने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर लोगों से आर्थिक मदद मांगी थी। मदद मिल जाने के बाद उन्होंने लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अब वे पैसे भेजना बंद कर दें। राजेश ने बताया कि मदद मांगने के बाद से लोग उनके अकाउंट में काफी पैसा जमा करवा चुके हैं, जो उनके लिए काफी है।


शिवांगी जोशी ने जमा किए थे 10 हजार रुपए
उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में वो लोगों को शुक्रिया कह रहे हैं। इमोशनल होते हुए उन्होंने कहा- 'प्लीज मेरे अकाउंट में अब पैसे मत डालिए क्योंकि मुझे लगता है कि मेरी औकात से ज्यादा आप लोगों न मेरी मदद की हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो उनके अकाउंट में शिवांगी जोशी ने भी 10,000 रुपये जमा करवाए हैं।


तीन महीने से थे परेशान
बता दें कि राजेश पिछले तीन महीने से बेरोजगार हैं। काम और पैसे ना होने की वजह से उन्होंने लोगों से फेसबुक पर वीडियो शेयर कर मदद मांगी थी। एक इमोशनल वीडियो शेयर कर उन्होंने अपनी हालत बताई थी। इस वीडियो पर कैप्शन लिखा था- 'दोस्तों बस इतना कहना चाहता हूं आप सबसे कि मैं किसी भी कीमत पर जिंदगी से हारना नहीं चाहता। बस एक तरीका बचा है मेरे पास। मेरी मदद कीजिए। बैंक डिटेल्स और फोन नंबर शेयर कर रहा हूं।' उन्होंने कहा था कोई 300 रुपए दे सके तो मैं अपने गांव पंजाब लौट जाऊंगा।


15-16 साल से मुंबई में रहते हैं
राजेश ने कहा था, "मुंबई में फैमिली के साथ रहता हूं 15-16 साल से। वैसे भी काफी टाइम से खाली था मैं। अब तो दो-तीन महीना हो गया, हालत बहुत ज्यादा खराब हो रही है। आप लोगों से मेरी रिक्वेस्ट है कि भले 300, 400 या 500 रुपए डाल देंगे तो, क्योंकि शूटिंग कब शुरू होगी, मुझे काम मिले न मिले कुछ पता नहीं है। लाइफ ऐसी होगी गई है कुछ समझ नहीं आ रहा है। मैं जीना चाहता हूं बस, हां मैं जीना चाहता हूं। इतनी मेरी हाथ जोड़ के रिक्वेस्ट है आपसे। जितना भी करें, ताकि मैं पंजाब वापस जाना चाहता हूं, जहां पर छोटा-मोटा काम जरूर करूंगा। वो वक्त तय करेगा। प्लीज हेल्प मी।"