सार
आज (14 मार्च) फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी है। इसे आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi 2022) कहते हैं। आज पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) का संयोग भी बन रहा है। सोमवार को पुष्य नक्षत्र होने से ये सोम पुष्य (soma pushya) कहलाएगा। इसके अलावा सर्वार्थसिद्धि और प्रजापति नाम के 2 अन्य शुभ योग भी आज बन रहे हैं।
उज्जैन. आमलकी एकादशी पर सोम पुष्य के साथ ही सर्वार्थसिद्धि और प्रजापति शुभ योग बन रहा है। ऐसा बहुत कम होता है कि एक ही दिन में इतने सारे शुभ योग बनते हैं। इसलिए आज का दिन बहुत खास है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, इस दिन व्रत और पूजा के साथ-साथ ज्वेलरी, कपड़े, व्हीकल, और प्रॉपर्टी खरीदारी करना भी शुभ रहेगा, इससे सुख-समृद्धि बढ़ेगी। साथ ही रियल एस्टेट में निवेश करने से भी फायदा मिलेगा। शुभ फल पाने के लिए इस दिन कुछ खास उपाय भी किए जा सकते हैं। इनसे आपकी परेशानी भी दूर हो सकती है। ये उपाय इस प्रकार हैं…
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1. फाल्गुन शुक्ल एकादशी को आमलकी एकादशी कहते हैं। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने की परंपरा है। आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर विष्णु जी और लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए। इससे धन लाभ के योग बनते हैं।
2. सुबह स्नान आदि करने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं और घर के मंदिर में विष्णु जी के सामने व्रत और पूजा करने का संकल्प लें। शाम को सूर्यास्त के बाद विष्णु पूजा करें। तुलसी के पास दीपक जलाएं। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
3. एकादशी और सोमवार के योग में शिव जी का भी विशेष पूजन करें। तांबे के लोटे से शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। चांदी के लोटे से शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं।
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4. किसी विष्णु मंदिर में पीले पुष्प की माला अर्पित करें, साथ ही भगवान विष्णु को तुलसी के पत्तों वाली केसरयुक्त खीर का भोग लगाएं।
5. एकादशी की सुबह पीपल के पेड़ की पूजा करें, पेड़ की जड़ में कच्चा दूध चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। सके बाद पीपल की 7 परिक्रमा करें।
6. एकादशी पर सुहागिन स्त्रियों को घर पर भोजन के लिए आमंत्रित करें। उन्हें फलाहार करवाएं और सुहाग की सामग्री भेंट करें। इससे देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
7. एकादशी पर मोती शंख की पूजा करें और इसे लाल कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान जैसे तिजोरी आदि में रख दें। इससे घर में बरकत बनी रहेगी।
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