सार

जैसे ही किसी महिला को पता चलता है कि वो मां बनने वाली है तो उसकी खुशी को ठिकाना नहीं रहता और वो अपने आने वाले बच्चे के बारे में सोचने लगती है। ऐसी स्थिति में महिलाएं सबसे पहले यही सोचती हैं तो उसकी होने वाली संतान हेल्दी और संस्कारवान हो जो भविष्य में उनके परिवार का नाम रौशन करें।

उज्जैन. हिंदू धर्म में स्वस्थ और संस्कारवान संतान के लिए कई उपाय बताए गए हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, प्रेग्नेंट महिला यदि प्रतिदिन एक खास मंत्र का जाप करें तो इसका पॉजिटिव असर होने वाली संतान पर पड़ता है। इस मंत्र के जाप से गर्भवती महिला की हेल्थ भी अच्छी रहती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कभी भी इस मंत्र का जाप शुरू किया जा सकता है। आगे जानिए इस मंत्र से जुड़ी खास बातें…

रक्ष रक्ष गणाध्यक्षः रक्ष त्रैलोक्य नायकः।
भक्त नाभयं कर्ता त्राताभव भवार्णवात्।।


मंत्र जाप करते समय ध्यान रखें ये बातें 
1.
गर्भवती महिला प्रेग्नेंसी के दौरान कभी भी इस मंत्र का जाप शुरू कर सकती हैं। अगरे ये काम भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा या चित्र के सामने बैठकर किया जाए तो और भी शुभ रहता है। 
2. इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें और कम से कम 5 माला जाप जरूर करें। एक माला में 108 बार मंत्र का जाप करना होता है। संभव हो तो इससे अधिक संख्या में भी मंत्र जाप कर सकते हैं। 
3. गर्भवती महिला की डिलिवरी का समय नजदीक आने लगे तो माला की संख्या बढ़ाई जा सकती है, इससे प्रसव में आसानी होती है।
4. प्रेग्नेंसी के दौरान दौरान यदि सूर्य या चंद्र ग्रहण आ जाए तो उस दौरान इस मंत्र का जाप जरूर करें क्योंकि इस मंत्र की पॉजिटिविटी से गर्भ में पल रहे शिशु पर ग्रहण का बुरा असर नहीं होता। मंत्र जाप एकांत स्थान यानी कमरे में बैठकर करें तो अच्छा रहता है, क्योंकि इससे एकाग्रता बनी रहती है।
5. मंत्र जाप से शुभ फल पाने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि जाप करते समय मन एकाग्र स्थिति में हो और अन्य किसी प्रकार के विचार मन में न आएं। साथ ही साथ मंत्र के प्रति पूरा विश्वास भी हो।

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