सार
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 3 मई, रविवार को है।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर देवताओं को अमृत पिलाया था। इस दिन कुछ खास मंत्रों का जाप करने से भगवान विष्णु की कृपा भक्तों पर बनी रहती है। ये मंत्र और उसके जाप की विधि इस प्रकार हैं-
मंत्र- ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:
जाप करने के विधि
- एकादशी की सुबह स्नान आदि करने के बाद एक साफ स्थान पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें। गाय के शु्दध घी का दीपक जलाएं। गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। भोग में तुलसी के पत्ते अवश्य होने चाहिए।
- इसके बाद तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। कम से कम 5 माला जाप करें।
- पूजा करते समय कुशा के आसन का उपयोग करें तो बेहतर रहता है।
- इस तरह मंत्र जाप करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।