सार
श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन सभी ज्ञात-अज्ञात पितरों का श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
उज्जैन. इस बार 28 सितंबर, शनिवार को यह अमावस्या है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, श्राद्ध पक्ष की अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष भी कम होता है। इस दिन ये उपाय करें-
1. पीपल में पितरों का वास माना गया है। सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर पीपल पर जल चढ़ाएं और गाय के शुद्ध घी का दीपक लगाएं।
2. इस अमावस्या पर किसी ब्राह्मण को भोजन के लिए घर बुलाएं या भोजन सामग्री जिसमें आटा, दाल, फल, गुड़, घी आदि हो दान करें।
3. किसी पवित्र नदी में काले तिल डालकर तर्पण करें। इससे भी पितृगण प्रसन्न होते हैं।
4. सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर अपने पितरों को याद कर गाय को हरा चारा खिलाएं। इससे भी पितृ प्रसन्न व तृप्त हो जाते हैं।
5. अमावस्या पर चावल के आटे से 5 पिंड बनाएं और इसे लाल कपड़े में लपेटकर नदी में प्रवाहित कर दें।
6. गाय के गोबर से बने कंडे को जलाकर उस पर घी-गुड़ की धूप दें और पितृ देवताभ्यो अर्पणमस्तु बोलें।
7. कच्चा दूध, जौ, तिल व चावल मिलाकर नदी में प्रवाहित करें। ये उपाय सूर्योदय के समय करें तो अच्छा रहेगा।