सार

कुंडली में राहु-केतु के बीच सभी ग्रह आ जाएं तो कालसर्प दोष बनता है। इस दोष के कारण जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

उज्जैन. इस दोष का अशुभ प्रभाव कम करने के लिए राहु-केतु से संबंधित उपाय करने चाहिए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार ये उपाय अगर नागपंचमी पर किए जाए तो और भी शुभ रहता है। इस बार नागपंचमी 25 जुलाई, शनिवार को है। कालसर्प दोष का अशुभ प्रभाव कम करने के लिए इस दिन ये उपाय करें-

1. नागपंचमी पर सूखा नारियल आधा काटकर उसमें शक्कर भर दें और किसी सुनसान जगह पर जमीन में गाढ़ दें। ये चींटियों का भोजन है। इस उपाय से राहु के दोष कम होते हैं।
2. कांटेदार पौधे में पानी डालने से राहु और केतु दोनों के ही दोष दूर होते हैं।
3. नागपंचमी पर राहु और केतु की शांति के लिए किसी योग्य पंडित से पूजा करवाएं।
4. राहु और केतु के मंत्रों का जाप विधि-विधान से करें। अगर स्वयं न कर पाएं तो किसी योग्य ब्राह्मण से भी करवा सकते हैं।
5. नागपंचमी पर कालसर्प दोष निवारक यंत्र की स्थापना घर में करें और उसके सामने रोज नवनाग स्त्रोत का पाठ करें।