सार

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 8 नवंबर, शुक्रवार को है। 

उज्जैन. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु 4 महीने बाद नींद से जागते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु को कुछ खास चीजें चढ़ाई जाएं तो संतान से जुड़ी अनेक समस्याएं दूर हो सकती हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं-

1. मोर पंख
अगर विवाह के काफी समय बाद भी संतान नहीं हो रही है तो एकादशी पर भगवान विष्णु के मंदिर में मोर पंख से बना मुकुट अर्पित करें और संतान होने की कामना करें। इस उपाय से आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।

2. खीर
बेटी का विवाह में देरी हो रही है या कोई योग्य वर नहीं मिल रहा हो तो एकादशी पर भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाएं। जल्दी ही आपकी इस समस्या का समाधान हो सकता है।

3. तुलसी की माला
अगर बेटा या बेटी पढ़ाई में कमजोर है तो उसके हाथों विष्णु मंदिर में तुलसी की माला अर्पित करवाएं और उससे कहें कि रोज देवी सरस्वती के मंत्रों का जाप करे। इससे आपकी परेशानी दूर हो सकती है।

4. बांसुरी
अगर संतान गलत रास्ते पर है और माता-पिता का कहना नहीं मानती तो पवित्रा एकादशी पर भगवान विष्णु को बांसुरी अर्पित करें और समस्या के निदान के लिए प्रार्थना करें।

5. दक्षिणावर्ती शंख
संतान के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं तो विष्णुजी का अभिषेक दक्षिणावर्ती शंख से करें और यही शंख विष्णु मंदिर में चढ़ा दें। इस उपाय आपकी समस्या का निदान हो सकता है।