सार
27 मई को दिन भर पुष्य नक्षत्र रहेगा। इस दिन बुधवार होने से ये बुध पुष्य कहलाएगा। बुधवार को पुष्य नक्षत्र का संयोग मातंग योग बनाता है। इस योग में कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो वंश वृद्धि व धन वृद्धि होती है। साथ ही व्यापार में भी लाभ होता है।
उज्जैन. ज्योतिषी पंडित प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ फल दे रहा है यदि वे बुध-पुष्य योग में कुछ विशेष उपाय करें तो उन्हें इसका सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होता है। ये उपाय इस प्रकार हैं-
1. किन्नर को हरी चूडिय़ां, हरे वस्त्र व सुपारी दान करें।
2. बुध ग्रह की शांति के लिए साबूत मूंग का दान करें साथ ही पन्ना रत्न भी धारण करें।
3. यदि बुध ग्रह बहुत ही अशुभ फल प्रदान कर रहा हो तो दुर्गा सप्तशती का पाठ करें या किसी योग्य ब्राह्मण से करवाएं। दुर्गा माता की पूजा करें।
4. बुध-पुष्य नक्षत्र में तथा इसके बाद प्रत्येक बुधवार को कुंवारी कन्याओं को भोजन करवाएं। इससे भी बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
5. यदि बुध के कारण कोई रोग परेशान कर रहा है तो फीका कद्दू (जिससे मिठाई बनाई जाती है) किसी मंदिर में दान करें।
6. यदि आपके पिता पर कर्ज है तो उसे चुका दें।
7. बुध-पुष्य योग में गाय को साबूत मूंग खिलाएं।