सार

आज (21 जून, मंगलवार) कालाष्टमी है। इस दिन भगवान कालभैरव की पूजा विशेष रूप से की जाती है और उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों से ग्रहों के अशुभ फल से छुटकारा मिलता है।

उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी (Kalashtami 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान कालभैरव की पूजा की जाती है। इस बार 21 जून, मंगलवार को आषाढ़ कृष्ण अष्टमी पर ये पर्व मनाया जाएगा। कालभैरव भगवान शिव के ही अवतार माने गए हैं। भगवान कालभैरव ने शिव की आज्ञा पाकर ब्रह्मदेव का एक मस्तक काट दिया था, जिससे ये ब्रह्महत्या के दोषी हो गए थे, तब काशी में जाकर इन्हें इस दोष से मुक्ति मिली थी। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, कालाष्टमी (Remedies for Kalashtami 2022) पर कुछ विशेष उपाय करने से राहु-केतु सहित शनि दोष से भी राहत मिल सकती है। ये उपाय बहुत ही आसान हैं। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…

1. कालाष्टमी पर भगवान कालभैरव की पूजा करें और इनकी पूजा में चमेली का फूल चढ़ाएं। सरसों के तेल का चौमुखा दीपक लगाएं और पूरा नारियल दक्षिणा के साथ चढ़ाएं। इस दिन जरूरतमंद को दोरंगा (दो रंग का) कंबल दान करें। इस उपाय से राहु-केतु के दोष दूर होते हैं और जीवन की परेशानियां भी। 

2. कालाष्टमी पर रुद्राक्ष की माला से ऊं कालभैरवाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। पूजा के बाद भगवान भैरव को जलेबी या इमरती का भोग लगाएं। इस दिन अलग से इमरती बनाकर कुत्तों को भी खिलाएं। कुत्तों को मीठा खिलाने से शनि दोष में आराम मिलता है।

3. कालाष्टमी पर केले के पत्ते पर पके हुए चावल का भोग भगवान कालभैरव को लगाएं। गुड़ और बेसन की रोटी बनाकर भोग लगा सकते हैं। इस भोग में से खुद प्रसाद रूप में थोड़ा सा लेना चाहिए। कुत्तों को गुड़-बेसन की रोटी खिलाने के लिए अलग से बनानी चाहिए। इन पकवानों का भोग लगाने से कालभैरव को प्रसन्न होते ही हैं, साथ ही राहु-केतु और शनि तीन ग्रह के दोष भी
दूर होते हैं।

4. इस दिन सरसों का तेल, काले कपड़े, खाने की तली हुई चीजें, घी, जूते-चप्पल, कांसे के बर्तन और जरूरतमंद लोगों से जुड़ी किसी भी चीज का दान करने से अशुभ ग्रहों के दोष दूर होते हैं और जाने-अनजाने में हुए पाप भी खत्म होते हैं।

5. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु ग्रह प्रतिकूल है यानी अशुभ फल दे रहा हो तो कालाष्टमी पर भगवान कालभैरव की पूजा करने के बाद गाय को जौ और गुड़ खिलाने से राहु से होने वाली तकलीफ खत्म होने लगती है। ये बहुत ही अचूक उपाय है और रोज भी किया जा सकता है।

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