सार

गुरु पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की पूजा की जाए तो गुरु ग्रह से संबंधित दोष कम होते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

उज्जैन. इस बार 16 जुलाई, मंगलवार को गुरु पूर्णिमा है। इस दिन लोग अपने-अपने गुरु की पूजा करते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, इस दिन अगर भगवान विष्णु की पूजा की जाए तो गुरु ग्रह से संबंधित दोष कम होते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा के साथ-साथ यदि विष्णु-गायत्री मंत्र का जाप भी किया जाए तो विवाह में आ रही परेशानी भी दूर हो सकती है।

गुरु पूर्णिमा पर ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा...

1. गुरु पूर्णिमा की सुबह स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर पीले कपड़े पर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
2. इसके बाद भगवान विष्णु की केसर, चंदन, सुगंधित फूल, तुलसी की माला, पीले वस्त्र और फल चढ़ाकर पूजा करें।
3. भगवान विष्णु को केसरिया भात, खीर या दूध से बने पकवान का भोग लगाएं।
4. इसके बाद धूप व दीप जलाकर पीले आसन पर बैठ तुलसी के दानों की माला से नीचे लिखे विष्णु गायत्री मंत्र का जाप 108 बार करें- मंत्र- ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
5. पूजा व मंत्र जाप के बाद भगवान विष्णु की कर्पूर से आरती करें और प्रसाद सभी को बांट दें।

 ये हो सकते हैं फायदे
1. भगवान विष्णु की पूजा इस विधि से की जाए तो गुरु ग्रह से संबंधित दोष दूर हो सकते हैं।
2. जिन लोगों के विवाह में परेशानियां आ रही हों, वे यदि इस विधि से विष्णुजी की पूजा करें तो जल्दी ही उनके विवाह के योग बन सकते हैं।
3. पढ़ाई या करियर में कोई दिक्कत आ रही है तो उससे भी राहत मिलती है।