सार
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 29 सितंबर से 7 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
उज्जैन. देवी पुराण के अनुसार, नवरात्रि में पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक देवी को विशेष भोग अर्पित करने के बाद में इसे गरीबों को दान करने से व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। नवरात्रि में किस तिथि पर देवी मां को किस चीज का भोग लगाएं, इसकी जानकारी इस प्रकार है…
1. प्रतिपदा तिथि (29 सितंबर) पर माता को घी का भोग लगाएं तथा दान करें। इससे बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है।
2. द्वितीया तिथि (30 सितंबर) को माता को शक्कर का भोग लगाएं। ये उपाय करने से उम्र बढ़ती है।
3. तृतीया तिथि (1 अक्टूबर) को माता को दूध चढ़ाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिलती है।
4. चतुर्थी तिथि (2 अक्टूबर) को माता को मालपुए का भोग लगाएं। इससे समस्याओं का अंत होता है।
5. पंचमी तिथि (3 अक्टूबर) को माता को केले का भोग लगाएं। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
6. षष्ठी तिथि (4 अक्टूबर) पर माता को शहद का भोग लगाएं। इससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
7. सप्तमी तिथि (5 अक्टूबर) को माता को गुड़ की वस्तुओं का भोग लगाएं तथा दान भी करें। इससे गरीबी दूर होती है।
8. अष्टमी तिथि (6 अक्टूबर) को माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं। इससे सुख-समृद्धि मिलती है।
9. नवमी तिथि (7 अक्टूबर) पर माता को विभिन्न प्रकार के अनाजों का भोग लगाएं। इससे जीवन का हर सुख मिलता है।