सार
हिंदू धर्म में शकुन-अपशुकन की मान्यता सदियों से चली आ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये मान्यता हमारे आस-पास रहने वाले पशु-पक्षियों से भी जुड़ी हुई है।
उज्जैन. उल्लू से जुड़े भी कई शकुन-अपशकुन व मान्यताएं हमारे समाज में व्याप्त हैं। वैसे तो उल्लू कम ही दिखाई देते हैं। ये आबादी से दूर रहना पसंद करते हैं, लेकिन फिर भी यदि ये दिख जाएं या इनकी आवाज सुनाई दे तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये हमारे लिए अच्छा शकुन या अपशकुन हो सकता है। ये हैं उल्लू से जुड़े शकुन अपशकुन-
1. शकुन शास्त्र के अनुसार, अगर उल्लू किसी के घर पर लगातार बैठने लगे तो उस घर के मालिक पर कोई विपत्ति आने की संभावना बढ़ जाती है।
2. यदि रात के समय किसी को उल्लू की आवाज सुनाई दे तो यह उसके लिए अच्छा शकुन होता है। उस व्यक्ति को जल्दी ही शुभ फल मिलता है।
3. यदि किसी को दरवाजे पर उल्लू तीन दिन तक रोता है तो उसे चोरी, डकैती या अन्य किसी रूप में धन हानि हो सकती है।
4. उल्लू का बाईं ओर बोलना और दिखाई देना शुभ रहता है। दाहिने देखना और बोलना अशुभ रहता है।
5. शकुन शास्त्र के अनुसार, मेहमान के पीछे की तरफ यदि उल्लू दिखाई दे तो काम में सफलता मिलने के योग बढ़ जाते हैं।
6. दक्षिण अफ्रीका में उल्लू की आवाज को मृत्यु सूचक कहा जाता है। चीन में उल्लू दिखाई देने पर पड़ोसी की मृत्यु का सूचक मानते हैं।