सार

दीपावली के 4 दिन पहले सोम व मंगल पुष्य नक्षत्र 23 घंटे 6 मिनिट तक रहेगा। इस दौरान अनेक विशेष संयोग भी बनेंगे।

उज्जैन. 21 अक्टूबर की शाम 6.26 से 8.44 तक प्रदोष काल में हर तरह की व 22 अक्टूबर को सुबह 9.17 से 1.27 तक जमीन आदि की खरीदी की जा सकती है। 

ये शुभ योग बनेंगे इस दौरान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुष्य नक्षत्र प्रेम, सौहार्द, और शुभता देने वाला है। इसके साथ जब अन्य ग्रहों का संयोग होता है तो यह और ज्यादा प्रभावशाली हो जाता है। दीपावली की खरीदी के लिए यह मुहूर्त बहुत खास माना जाता है। 
इस बार पुष्य के साथ बुधादित्य, सर्वार्थसिद्धि, अहोई अष्टमी, सिद्ध साध्य योग व स्वराशि के शुक्र का विशेष संयोग बन रहा है।

इसलिए इस नक्षत्र को मानते हैं शुभ
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. रामचंद्र वैदिक के अनुसार, 21 और 22 अक्टूबर को बन रहे पुष्य नक्षत्र के योग में सभी प्रकार की खरीदी शुभ रहेगी। 21 अक्टूबर सोमवार को पुनर्वसु नक्षत्र शाम 5.31 तक रहेगा। इसके बाद पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो 22 अक्टूबर मंगलवार शाम 4.38 तक रहेगा। यानी पुष्य नक्षत्र 23 से ज्यादा समय तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र का स्वामी गुरु है जो शुभता का कारक है। फलित ग्रंथों में पुष्य का स्वामी शनि बताया गया है जो स्थिरता का कारक है।