सार

श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन (इस बार 15 अगस्त को) मनाया जाता है। इस पूर्णिमा को नारियल पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन नारियल से जुड़े कुछ आसान उपाय करने से कई मुश्किलों से बचा जा सकता है।

उज्जैन. श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 15 अगस्त, गुरुवार को है। इस पूर्णिमा को नारियल पूर्णिमा भी कहा जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधकर उन्हें नारियल देती हैं क्योंकि हिंदू धर्म में नारियल को शुभ फल देने वाला माना गया है। इस दिन नारियल से जुड़े कुछ आसान उपाय करने से अनेक परेशानियों से बचा जा सकता है। ये उपाय इस प्रकार हैं…

1) नारियल को श्रीफल भी कहते हैं। देवी लक्ष्मी का भी एक नाम श्री है। इसलिए इसे देवी लक्ष्मी का फल कहा जाता है। 15 अगस्त को किसी लक्ष्मी मंदिर जाकर 11 नारियल चढ़ाने से धन से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो सकता है।

2) अगर किसी बच्चे को बुरी नजर लगी हो तो इस रविवार को 1 नारियल लेकर उसके ऊपर से 11 बार उतारें (सिर से पैर तक) और किसी हनुमान मंदिर जाकर चढ़ा दें। इससे नजर उतर जाएगी।

3) एकाक्षी नारियल एक खास तरह का नारियल होता है। रक्षाबंधन पर इसे अपने घर के मंदिर में स्थापित करें और रोज इसकी पूजा करें। जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, उस घर के लोगों पर तांत्रिक क्रियाओं का प्रभाव नहीं होता है और उस परिवार के सदस्यों को मान-सम्मान, प्रतिष्ठा व यश प्राप्त होता है।

4) लघु नारियल का आकार सामान्य से थोड़ा छोटा होता है। इसका उपयोग ज्योतिषी व तंत्र उपायों में किया जाता है। रक्षाबंधन पर इसकी पूजा करने के बाद इसे दुकान के गल्ले में रखें। इससे बरकत बढ़ती है।