सार
सावन में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार हनुमानजी भी भगवान शिव के ही अवतार हैं।
उज्जैन. मान्यता है कि हनुमानजी अमर हैं, उन्हें अमरता का वरदान माता सीता ने दिया था। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, सावन में आने वाले मंगलवार को यदि हनुमानजी को प्रसन्न करने के आगे बताई गई विधि से चोला चढ़ाया जाए तो भक्तों की मनोकामना पूरी हो सकती हैं। चोला चढ़ाने की विधि इस प्रकार है-
ऐसे चढ़ाएं हनुमानजी को चोला
- सावन में किसी भी मंगलवार को हनुमानजी को सिंदूर का चोला चढाएं। चोला चढ़ाने से पहले स्वयं स्नान कर शुद्ध हो जाएं और साफ वस्त्र पहनें।
- सिर्फ लाल रंग की धोती पहने तो और भी अच्छा रहेगा। चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। साथ ही, चोला चढ़ाते समय एक दीपक हनुमानजी के सामने जला कर रख दें।
- दीपक में भी चमेली के तेल का ही उपयोग करें। चोला चढ़ाने के बाद हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें।
- अब एक साबूत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ व चना रख कर हनुमानजी को इसका भोग लगाएं।
- भोग लगाने के बाद उसी स्थान पर थोड़ी देर बैठकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें।
मंत्र-राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
- अब हनुमानजी को चढ़ाए गए गुलाब के फूल की माला से एक फूल तोड़ कर उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रखें। आपको कभी धन की कमी नहीं होगी।