सार

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर महीने सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। जिसे संक्रांति कहा जाता है।

उज्जैन. इस महीने सूर्य के राशि परिवर्तन को तुला संक्रांति कहा जाएगा क्योंकि 18 अक्टूबर को सूर्य कन्या से तुला राशि में आ जाएगा। इस राशि में सूर्य नीच का हो जाता है। वहीं ये उसके शत्रु ग्रह शुक्र की भी राशि है। तुला राशि में सूर्य 17 नवंबर तक रहेगा। इस 1 महीने में सूर्य का शुभ और अशुभ असर सभी राशियों पर पड़ेगा। जिसके प्रभाव से कुछ लोगों के जीवन में अनचाहे बदलाव भी हो सकते हैं और कुछ लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा। 

सूर्य का शुभ-अशुभ प्रभाव
- सूर्य के शुभ प्रभाव से जॉब और बिजनेस में तरक्की के योग बनते हैं और लीडरशीप करने का मौका भी मिलता है। 
- ज्योतिष में सूर्य को आत्माकारक ग्रह कहा गया है। इसके प्रभाव से आत्मविश्वास बढ़ता है। 
- पिता, अधिकारी और शासकीय मामलों में सफलता भी सूर्य के शुभ प्रभाव से मिलती है। 
- वहीं सूर्य का अशुभ प्रभाव असफलता देता है, जिसके कारण कामकाज में रुकावटें और परेशानियां बढ़ती हैं। 
- धन हानि और स्थान परिवर्तन भी सूर्य के कारण होता है। सूर्य के अशुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती है।

किस राशि पर कैसा होगा असर?
मेष - अशुभ  
वृष – शुभ
मिथुन – शुभ
कर्क - अशुभ   
सिंह – सामान्य
कन्या - अशुभ     
तुला – अशुभ
वृश्चिक - अशुभ  
धनु – शुभ
मकर – सामान्य
कुंभ – अशुभ
मीन -  अशुभ