सार
धर्म ग्रंथों में शंख को देवी महालक्ष्मी का भाई माना गया हैं, क्योंकि दोनों की ही उत्पत्ति समुद्र से हुई थी। यही कारण है कि अनेक ज्योतिष और तंत्र के उपायों में शंख का उपयोग किया जाता है।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों में शंख को देवी महालक्ष्मी का भाई माना गया हैं, क्योंकि दोनों की ही उत्पत्ति समुद्र से हुई थी। यही कारण है कि अनेक ज्योतिष और तंत्र के उपायों में शंख का उपयोग किया जाता है। शंख के भी कई प्रकार होते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, शंख के कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो धन से संबंधित अनेक समस्याएं समाप्त ही सकती हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं-
1. दक्षिणावर्ती शंख में दूध भरकर उससे भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इससे धन लाभ के योग बनते हैं।
2. भगवान विष्णु के मंदिर में शंख का दान करें। इससे भी धन संबंधित समस्याओं में फायदा होगा।
3. जिस स्थान पर पीने का पानी रखते हैं, वहां दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर रखें। इससे पितृदोष कम होगा।
4. मोती शंख में साबूत चावल भर कर रखें। बाद में इसकी पोटली बनाएं और अपनी तिजोरी में रख लें।
5. अपने पूजन स्थान पर दक्षिणावर्ती शंख की स्थापना करें और रोज विधि-विधान से इसकी पूजा करें।
6. दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल व केसर मिलाकर इससे माता लक्ष्मी का अभिषेक करें। धन लाभ होगा।
7. किसी पवित्र नदी में शंख प्रवाहित करें और माता लक्ष्मी से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
8. एक सफेद कपड़े में सफेद शंख, चावल व बताशे लपेटकर नदी में बहाएं। इससे शुक्र के दोष दूर होंगे।