सार
मकान बनाने के लिए लोग सबसे ज्यादा कॉर्नर का प्लाट का चुनाव करते हैं क्योंकि ऐसे प्लाट पर थोड़ी जगह अतिरिक्त मिलती है। वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार कॉनर्र के प्लाट पर बने मकानों में वास्तु दोष होने की संभावना भी सबसे अधिक होती है।
उज्जैन. वास्तु दोष के कारण कार्नर के मकानों में रहने वाले लोग अक्सर परेशान या बीमार रहते हैं। या अन्य कोई समस्या भी उस घर में रहने वाले लोगों के साथ लगातार बनी रहती है। हालांकि छोटे-छोटे उपाय कर इन दोषों से होने वाले अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। आगे जानिए कॉर्नर के प्लाट पर बने मकानों में होने वाले दोष तथा उनके निदानों के बारे में…
वास्तु दोष 1
यदि मकान के दोनों कोने काटने वाला राजमार्ग मकान की ओर आता हो तो वास्तु के अनुसार ऐसे घर में धन आयेगा परन्तु बहुत तेजी से चला भी जायेगा। यदि राजमार्ग दाहिनी ओर से घर में आता हो तो घर की महिलायें दुर्घटनायें एंव अनहोनी के भय से आशकिंत रहती है। यदि राजमार्ग बायीं ओर से आता है तो, घर के पुरूष दुर्घटना या अनहोनी के भय चिन्तित रहते हैं।
उपाय: घर का मुख्यद्वार किसी कोने में बनायें तथा घर के राजमार्ग वाली दीवार पर कांच लगायें। घर के मुख्यद्वार के उपर लाल रंग का झण्डा लगायें।
वास्तु दोष 2
यदि कोई मकान एल शेप में, सड़क के दायीं ओर के मोड़ पर स्थित हो, इसे नाइफ कट कहते है। घर की ऐसी स्थित अशुभकारी मानी गयी है। इस घर में रहने वाले व्यक्तियों के करियर व धन से सम्बिन्धत समस्यायें बनी रहती है तथा गृहस्वामी को दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
उपाय: मुख्यद्वार को घर के मध्य में न बनाकर एक कोने में बनायें एंव एक अष्टकोणीय दर्पण रोड की दीवार की तरफ लगायें।
वास्तु दोष 3
यदि कोई मकान अर्धचन्द्राकार घेरे में हो तो, ऐसी स्थिति अशुभ फल देने वाली होती है। ऐसे घर में रहने वाले व्यक्तियों को आर्थिक विषमताओं एंव पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
उपाय: छोटी झाड़ियां मुख्यद्वार और अर्धचन्द्राकार के मध्य में लगाने से शुभ फल मिलने लगते है।
वास्तु दोष 4
दो राजमार्ग वी शेप, में यदि मकान की ओर आते हों तो यह स्थिति अशुभकारी परिणाम देने वाली होती है। इस मकान में रहने वाले पुरूष एंव स्त्रियां बीमार रहती तथा कैरियर की दिशा में भटकाव की स्थिति बनी रहती है।
उपाय: घर के मुख्यद्वार को राजमार्ग से बचाकर एक कोने में बनायें। रोड साइड वाले दरवाजे पर छोटी चहारदीवारी बनायें या छोटे-छोटे पौंधो व झाडि़यों का घेरा बनाना भी लाभकारी प्रतीत होता है। घर में यदि दो दरवाजे हो तो दोनों को एक साथ न खोलें। एक खोले तो एक बन्द रखें।