सार
यूपी के कानपुर में वैन सवार बदमाशों ने सेवानिवृत्त फौजी के 14 वर्षीय बेटे का बीते सोमवार की सुबह अपहरण कर लिया था। बदमाशों के चंगुल में फंसे होने के बावजूद बच्चे ने हिम्मत नहीं हारी और 11 घंटे में बदमाशों को गच्चा देकर खुद को आजाद कर लिया
कानपुर(Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर में वैन सवार बदमाशों ने सेवानिवृत्त फौजी के 14 वर्षीय बेटे का बीते सोमवार की सुबह अपहरण कर लिया था। बदमाशों के चंगुल में फंसे होने के बावजूद बच्चे ने हिम्मत नहीं हारी और 11 घंटे में बदमाशों को गच्चा देकर खुद को आजाद कर लिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके अज्ञात बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस मामले में हर पहलु पर जांच कर रही है। बच्चे के बयान को भी क्रॉस चेक किया जा रहा है।
मीरपुर निवासी बलराम पाल हाल ही में आर्मी से रिटायर हुए हैं। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक 14 साल का बेटा वंश पाल है। वंश पाल दसवीं कक्षा का छात्र है और केंद्रीय विद्यालय में पढ़ता है। परिवार के सदस्यों के मुताबिक वो बीते सोमवार को हूला गंज से एक कोचिंग सेंटर में पढ़ने के लिए पैदल निकला था। सुबह 10 बजे जैसे ही वह इलाहाबाद क्रॉसिंग पर पहुंचा, पीछे से कुछ लोगों ने उसे दबोचा और कुछ सुंघा कर बेहोश कर दिया। इसके बाद उसे ले गए।
हांथ-पैर बांधकर अंधेरी कोठरी में रखा
वंश के मुताबिक जबरन पकड़ कर उसे वैन में डाल दिया गया, जब उसकी आंख खुली तो उसने खुद को एक अंधेरी कोठरी में पाया। उसके हाथ पैर बंधे हुए थे। बदमाशों ने उससे पिता का मोबाइल नंबर पूछा, लेकिन उसने नहीं बताया। इस पर बदमाशों ने उसे मारा पीटा पीड़ित छात्र ने बताया कि वह बेसुध हो जाने के कारण जमीन पर गिर गया और बदमाश उसे कोठरी में बंद करके चले गए। इसी बीच उसने हिम्मत करके अपने हाथ खोल दिए रात 9 बजे वह कोठरी से किसी तरह बाहर निकला और 5 किलोमीटर तक जंगल में चलते हुए फतेहपुर हाईवे पर चौडगरा के गांव कल्याणपुर के पास पहुंचा और एक दुकानदार से पूरी घटना बताई।
दुकानदार ने फोन कर दी जानकारी
पीड़ित छात्र के पिता बलराम ने बताया कि एक दुकानदार ने उन्हें फोन किया। इसके बाद रेड बाजार पुलिस के साथ वो फतेहपुर के कल्यानपुर पहुंचे। इसके बाद पुलिस बच्चे को लेकर उस स्थान पर गई लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। अब पुलिस छात्र के बयान का भी क्रॉसचेक कर रही है।
CCTV फुटेज में नहीं दिखी वैन
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया 2 दिन पूर्व रेलबजर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित के पिता की निशानदेही पर कई जगह दबिश भी दी। तीन टीमें भी गठित की गई हैं। साथ ही साथ बच्चे के बयानों की पड़ताल भी की जा रही है। एसपी राजकुमार अग्रवाल के अनुसार कोचिंग के जाने का जिक्र किया उस रास्ते पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कहीं भी वह छात्र नहीं दिखाई दिया है और ना ही वह मारुति वैन जिसका जिक्र किया गया, जिससे इस छात्र को अगवा किया गया था। वह भी किसी फुटेज में नहीं दिखी है।