सार

बच्ची की हत्या की खबर पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। छुट्टी का दिन होने के नाते बाहर से भी लोग अपने गांव आए हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक बड़े अधिकारी मौके पर नहीं आते तब तक शव नहीं उठने दिया जाएगा। एसएफएल टीम और डॉग स्वक्वायड के लोग भी पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए हैं।

कानपुर (Uttar Pradesh) । दीपावली के दूसरे दिन आज बड़ी खबर आ रही है। सरसो की खेत में एक 6 साल की बच्ची की लाश मिली है, जिसके दोनों फेफड़े गायब हैं। चेहरे पर नुकीले हथियार से वार किया गया है। उसके पैरों में रंग लगे हैं। इससे मामले को तंत्र-मंत्र से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि घटना स्थल से एक किमी दूर ही दूर पर भद्रकाली की प्राचीन मंदिर भी है। फिलहाल, मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है। यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर घाटमपुर थाना क्षेत्र के भदरस की है।

यह है पूरा मामला
करन कुरील की बेटी श्रेया उर्फ भूरी (6) दीपावली की शाम घर के बाहर खेल रही थी। घर के कुछ लोग खेत की ओर गए थे। महिलाएं दीया जलाने की तैयारी कर रही थीं। परिवार वालों के मुताबिक जब दीया रखने के लिए के लिए बच्चों को बुलाया गया तो उसकी दोनों बेटियां आईं। लेकिन, बीच की बेटी भूरी नहीं आई। इसके बाद खोजबीन शुरू हुई। रातभर गांव और परिवार के लोग खोजते रहे लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला।

ऐसे हुई जानकारी
आज सुबह गांव के लोग खेत की ओर निकले तो गन्नू तिवारी के सरसो खेत में बच्ची का लहूलुहान शव देखा गया। मौके पर काफी खून बिखरा था। शरीर पर कपड़े नहीं थे। सूचना मिलते ही परिवार के लोग भी पहुंच गए। पूरे गांव में कोहराम मच गया। बच्ची के सीने के दोनों ओर जख्म थे। आशंका है कि उसके दोनों फेफड़े निकाल लिए गए हैं। पैरों में महिलाओं, बेटियों द्वारा लगाया जाने वाला रंग लगा हुआ है। शव के पास नमकीन के खाली पैकेट पड़े हुए हैं। इससे तांत्रिकों की करतूत की आशंका जताई जा रही है।

ग्रामीणों ने नहीं उठने दिया शव
बच्ची की हत्या की खबर पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। छुट्टी का दिन होने के नाते बाहर से भी लोग अपने गांव आए हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक बड़े अधिकारी मौके पर नहीं आते तब तक शव नहीं उठने दिया जाएगा। एसएफएल टीम और डॉग स्वक्वायड के लोग भी पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए हैं।