सार
आम आदमी पार्टी ने रविवार को यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 30 प्रत्याशियों की तीसरी सूची घोषित कर दी। अब तक कुल 200 प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। बाकी प्रत्याशियों के नाम पर मंथन चल रहा है। तीसरी सूची में सबसे ज्यादा पिछड़ा वर्ग के 11 लोगों को, नौ ब्राह्मण, पांच अनुसूचित जाति, एक मुस्लिम, एक राजपूत और एक कायस्थ को टिकट दिया है। पहले सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन अब पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
लखनऊ: आम आदमी पार्टी ने प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने संभावित प्रत्याशियों की तीसरी सूची रविवार को जारी कर दी। तीसरी सूची में 30 संभावित प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है। पार्टी ने इन्हें विधानसभा प्रभारी का नाम दिया है। इस सूची के साथ ही पार्टी के कुल घोषित संभावित प्रत्याशियों की संख्या 200 हो गई है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट करके यह जानकारी साझा की है। सूची में पिछड़ा वर्ग को सर्वाधिक प्रतिनिधित्व दिया गया है। कुल 30 में से 11 पछिड़ा वर्ग के लोगों को विधानसभा प्रभारी बनाया गया है।
सूची में नौ ब्राह्मण, पांच अनुसूचित जाति, एक मुस्लिम, एक राजपूत व एक कायस्थ को भी संभावित प्रत्याशी घोषित किया गया है। इसमें अयोध्या के रुदौली से मनोज कुमार मिश्र, उन्नाव के बांगरमऊ से सत्येंद्र यादव, कानपुर के कल्याणपुर से अनुज शुक्ल व लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी से रविकांत तिवारी पर पार्टी ने भरोसा जताया है। एक-एक संभावित प्रत्याशी मुस्लिम, राजपूत, कायस्थ, मीणा व त्यागी वर्ग से हैं। प्रदेश प्रभारी ने बताया कि शेष विधानसभा प्रभारियों का ऐलान भी जल्द कर दिया जाएगा। पार्टी यह चुनाव मजबूती से लड़ेगी। कार्यकर्ता घर-घर जाकर केजरीवाल मॉडल की चर्चा कर रहे हैं, जिस पर जनता का आशीर्वाद पार्टी को लगातार प्राप्त हो रहा है।
अन्य नामों की जल्द होगी घोषणा
आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि बाकी बचे प्रत्याशियों के नाम जल्द घोषित होंगे। यह विधान सभा प्रभारी के रूप में दिल्ली में विकास के केजरीवाल माडल को जन-जन तक पहुंचाएंगे। घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने, किसानों को मुफ्त बिजली और बकाया बिल माफ करने के साथ-साथ बेरोजागारों को हर महीने पांच हजार रुपये बेरोजागारी भत्ता देने और हर साल 10 लाख नौकरी देने का वादा किया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने बताया कि संभावित प्रत्याााशियों पर अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की रीति-नीति को जन-जन तक ले जाने की जिम्मेदारी होगी। साथ ही पार्टी के हर अभियान को सफलतापूर्वक अपने क्षेत्र में संचालित करना होगा। अगर विधानसभा प्रभारी इसमें कामयाब रहे तो निश्चित ही इन्हें पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी उतारा जाएगा। प्रदेश की जनता बदलाव का मन बना चुकी है।