सार

गाजियाबाद में स्कूली छात्र के साथ हुए हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवर नजर आ रहे हैं। दोषियों पर कार्रवाई के साथ ही सीएम ने एक सप्ताह प्रदेश में अभियान चलाने को लेकर भी निर्देश दिया है। सीएम योगी ने कहा कि मानक के हर पहलू पर परीक्षण किया जाएगा। 

लखनऊ: गाजियाबाद से सामने आए बस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन के मूड में दिखाई पड़ रहे हैं। इस मामले में दोषियों के साथ परिवहन अधिकारियों की भी जवाबदेही तय होगी। जिसके बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद स्कूल बसों की फिटनेस की जांच के लिए एक सप्ताह प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। जारी आदेश में कहा गया है कि स्कूल बसों के लिए तय मानकों पर परीक्षण किया जाए। 

बसों में पैनिक बटन की व्यवस्था हो सुनिश्चित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग का प्रस्तुतिकरण देखने के बाद कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटना के बाद मृत्यु की दर में कमी लाने के लिए व्यापक पैमाने पर कार्य करने की आवश्यकता है। इसी को लेकर प्रदेश में उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के लिए समस्त विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब का गठन भी किया गया है। वहीं महिला सुरक्षा सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। तत्काल सभी बसों में पैनिक बटन की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। 

बीते 5 वर्षों में हुआ ये कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कहा गया कि बीते पांच वर्षों में 26 हजार से भी अधिक गांवों को परिवहन विभाग की बसों से जोड़ा गया है। प्रयास है कि हर गांव को परिवहन सेवा का लाभ मिल सके। इसके लिए जल्द ही नई बसों को भी निगम के बेड़े में शामिल करने के लिए काम किया जाएगा। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिवहन निगम की बसों से पार्सल या कोरियर सेवा देना शुरू कर दिया जाए। इससे आमजनों को सामान भेजने में आसानी होगी। 5 सालों में स्मार्ट कार्ड, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट योजना और रजिस्ट्रेशन व्हीकल स्क्रैप फैसेलिटी लागू करने की रणनीति बनाकर काम किया जाए। इसी के साथ हर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कम से कम एक प्रदूषण केंद्र की स्थापना की जाए।

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