सार

यूपी के जिले आगरा में सरकारी स्कूल में बच्चों से गोबर साफ करवाने के साथ कूड़ा फिकवाया जाता है। इतना ही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों के द्वारा यह काम रोज का है। वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने जांच के आदेश दिए है। 

आगरा: उत्तर प्रदेश के जिले आगरा का एक बार फिर सरकारी स्कूल से शर्मसार कर देने वाली करतूत सामने आई है। शहर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की जगह उनसे गोबर उठवाने और परिसर की धुलाई कराते हैं। सफाई से लेकर कूड़ा फेंकने तक का सारा काम बच्चों से ही करवाया जा रहा है। स्कूल परिसर में कोई सफाई स्टाफ मौजूद नहीं होने की वजह से बच्चों को ही सफाई कर्मचारी बनकर स्कूल का कूड़ा फेंकना और सफाई करते है। स्कूल का वीडियो सामने आने के बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं।

कूड़ा फिकवाने के साथ धुलाई का कराया जा रहा काम
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के खंदौली विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाबूपुर का है। यहां तैनात टीचर गेट के बाहर पड़े गोबर को बच्चों से साफ करवा रहे हैं। इतना ही नहीं उनसे कूड़ा फिकवाने और धुलाई करवाने का काम भी कराया जा रहा था। शिक्षक के द्वारा यह सब काम करवाए जाने का वीडियो ग्रामीणों ने बनाकर वायरल कर दिया। स्कूल का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए प्रवीण कुमार ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।

ग्रामीणों ने शिक्षक को लेकर बोली ये बात
इस मामले में स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस विद्यालय में सफाई के लिए कोई स्टाफ नहीं है। काफी लंबे समय से बच्चे ही सफाई से लेकर अन्य काम करते हैं। इतना ही नहीं लोगों का कहना यह भी है कि अगर कोई अभिभावक या बच्चा काम करने से मना करता है तो शिक्षक आध्यात्म की बात करता है। उसके बाद विद्यालय को शिक्षा का मंदिर बताते हुए बहाना बना देते हैं। स्कूल के शिक्षक खुलेआम बच्चों से यह सब काम करवाते हैं। बच्चों के द्वारा यह काम करना रोज का है।

बच्चे सामने से आकर करें शिक्षक का सहयोग
इस स्कूल के प्रधानाध्यापक लाल बहादुर शर्मा का कहना है कि पास ही मंदिर है और वहां से कुछ लोग स्कूल के बाहर की गाय बांध देते है, जिसकी वजह से सुबह इतनी गंदगी हो जाती है कि निकलना मुश्किल हो जाता है। इस वजह से हम लोग खुद साफ कर रहे थे और तभी बच्चों भी आकर साथ में आकर लग गए। बच्चों से इस तरह का कोई काम नहीं करवाया जा रहा था। शिक्षकों को देखकर बच्चे भी विद्यालय को स्वच्छ रखने का प्रयास कर रहे थे।  

विद्यालय परिसर का प्रधान ने किया निरीक्षण
वहीं गांव के प्रधान ने भी स्कूल का निरीक्षण किया और उनको परेशानी से अवगत कराया गया है। इस पूरे प्रकरण को ध्यान में लेते हुए बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने खंड शिक्षा अधिकारी से जांच कर रिपोर्ट देने और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है। इससे पहले भी शहर में सरकारी स्कूलों को लेकर कई वीडियो सामने आ चुके है। बीते 15 दिन में पिनाहट में दो स्कूलों में ताला लगा था। इतना ही नहीं खेरगढ़ के प्राथमिक स्कूल में शिक्षक द्वारा बच्चों को छोड़कर पार्टी करने जाना का मामला भी सामने आया था। इस तरह के मामलों में कई बार वेतन रोकने की कार्रवाई भी हुई है।

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