सार
आगरा ग्रामीण सीट (Agra Rural Assembly Seat) पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं क्योंकि यहां से भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya) चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट पर पहले चरण में 10 फरवरी को वोटिंग हुई है। बेबी रानी मौर्य की सीट पर ना केवल वो एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं बल्कि पूरा संगठन भी दिन रात एक किए हुए है।
आगरा: आगरा ग्रामीण सीट (Agra Rural Assembly Seat) पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं क्योंकि यहां से भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya) चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट पर पहले चरण में 10 फरवरी को वोटिंग हुई है। बेबी रानी मौर्य की सीट पर ना केवल वो एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं बल्कि पूरा संगठन भी दिन रात एक किए हुए है। बेबी रानी मौर्या के सामने सपा-आरएलडी गठबंधन प्रत्याशी महेश जाटव हैं। बेबी रानी मौर्य ने यहां से जीत दर्ज कर कमल खिला दिया है।
बेबी रानी मौर्य वैसे तो साल 1995 से लेकर 2000 तक आगरा की सांसद रही हैं। इनके नाम आगरा की पहली महिला मेयर होने का भी रिकॉर्ड है। इसके साथ ही संगठन के तमाम दायित्वों को उन्होंने संभाला है। वे चर्चा में तब आईं जब साल 2018 में उन्हें उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया। हालांकि सितंबर 2021 में राज्यपाल के पद से बेबी रानी को हटा दिया गया और उन्हें बीजेपी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (BJP National Vice President) पद की जिम्मेदारी दी।
बेबी रानी मौर्य राज्य बाल आयोग की सदस्य रह चुकी हैं। पूर्व में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में एत्मादपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में उनका हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भाजपा ने आगरा ग्रामीण से सिटिंग विधायक हेमलता दिवाकर की जगह बेबी रानी मौर्य को प्रत्याशी बनाया है। बेबी रानी मौर्य 1995 में भाजपा में शामिल हुई थीं। वो 1995 में ही भाजपा के टिकट पर आगरा की मेयर बनी थीं।
कितनी संपत्ति
चुनाव आयोग को सौंपे गए शपथ पत्र में बेबी रानी मौर्य ने अपनी कुल संपत्ति 2.9 करोड़ रुपए घोषित की है। इसमें 1.2 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 1.6 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है। बेबी रानी मौर्य के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
कौन-कौन है मैदान में
अरुण कुमार कठेरिया- आम आदमी पार्टी
महेश कुमार- रालोद
किरण प्रभा केसरी- बसपा
उपेंद्र सिंह- कांग्रेस
बेबी रानी मौर्य- भाजपा