सार
यूपी के जिले आगरा के देहात क्षेत्र में सोमवार सुबह-सुबह तीन हत्याओं से हड़कंप मच गया। खंदौली में मां बेटी की हत्या हुई तो वहीं अछनेरा में पुजारी की हत्या कर दी गई। दोनों घटना की जानकारी पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
आगरा: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में सोमवार की सुबह-सुबह तीन हत्याओं से हड़कंप मच गया। शहर में एक साथ अलग-अलग जगहों पर तीन मर्डर होने से सनसनी फैल गई। युवक ने पत्नी को तो चोकू से गोदकर हत्या कर की। इसके साथ ही अपने तीन साल के बेटे को भी मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घर से फरार हो गया है। इसकी सूचना जब पुलिस विभाग को मिली तो मौके पर पहुंच गए। शहर में तीन मर्डर दो अलग-अलग जगहों पर हुए है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार शहर के खंदौली और अछनेरा थाना क्षेत्रों में तीन लोगों की हत्या का मामला है। अछनेरा में पुजारी की हत्या कर दी गई। वहीं खंदौली में मां बेटी की हत्या कर दी गई। दोनों घटना की जानकारी पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। आरोपियों की तलाश के लिए टीमें लगी हैं। डबल मर्डर के बाद घरवालों में कोहराम मचा हुआ है, वहीं मृतका का पति फरार है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है और पुलिस हर पहलुओं की जांच कर रही है।
पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने के बाद युवक ने की हत्या
मृतक महिला के भाई जवाहर सिंह का कहना है कि पांच साल पहले बहन की शादी मनमोहन के साथ हुई थी। मनमोहन शराब पीने के साथ-साथ उसका दूसरी महिला से अवैध संबंध था। बहन इसकी विरोध करती थी और इसी वजह से बहन की हत्या कर दी। खंदौली थाना के पैंतखेड़ा निवासी मनमोहन सिंह आगरा में ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता है। घर में उसकी पत्नी ममता, सवा साल की बेटी सौम्या और तीन साल का बेटा आरव था। घरवालों के अनुसार मनमोहन ने पत्नी, बेटे और बेटी के साथ घर में खाना खाया था। फिर रात 11 बजे वह बाहर घूमता देखा गया था। उसके बाद देर रात को पति-पत्नी में विवाद हो गया। दंपति के बीच कहासुनी होने के बाद मनमोहन ने पत्नी ममता और बेटी सौम्या की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। बेटा दूसरे कमरे में सो रहा था और पत्नी, बेटी की हत्या कर आरोपी वहां से फरार हो गया।
शरद पूर्णिमा में प्रसाद वितरण के बाद हुई पुजारी की हत्या
वहीं दूसरी ओर अछनेरा के स्टेशन रोड स्थित रमली मन्दिर में पुजारी भगवान दास एक साल से पुजारी का कार्य कर रहे थे। वह 75 साल के थे और शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में मंदिर में रात्रि डेढ़ बजे तक खीर का प्रसाद वितरण हुआ था। उसके बाद सभी लोग अपने अपने घर चले गए। कार्यक्रम खत्म होने के बाद दूसरे दिन यानी सोमवार की सुबह जब महिलाएं मन्दिर में पूजा करने पहुंची तो पुजारी बीच आंगन में पड़े हुए थे। पुजारी के शरीर से खून बह रहा था, जिसको देखकर महिलाओं की चीख निकल गई। महिलाओं की चीख सुनकर आसपास लोग इकट्ठा हो गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई जिसके बाद फॉरेसिंक टीम ने घटनास्थल से नमूने लिए और पुलिस आरोपियों की तलाश करने में जुट गई है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि मृतका का पति फरार है, उसे पकड़ने के लिए दबिश देने के साथ-साथ हर पहलुओं पर जांच की जा रही है।
रामकोला कांड के बाद बनारस जेल में कई दिन तक बंद थे मुलायम सिंह यादव, इसी जगह से पड़ी थी सपा की नींव