सार

मैनपुरी उपचुनाव को लेकर सपा नेता पूरी जोर आजमाइश में लगे हुए हैं। अखिलेश यादव स्वंय नेताजी की तरह ही लोगों से मुलाकात कर वोट अपील कर रहे हैं। वहीं तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी मैनपुरी में डेरा जमाया है। 

मैनपुरी: लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर प्रचार जल्द ही थमने वाला है। ऐशे में भाजपा और सपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। उपचुनाव 5 दिसंबर को होना है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब नेताजी मुलायम सिंह यादव की गैरमौजूदगी चुनाव हो रहा है। इस बीच अखिलेश यादव गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को अपनेपन का एहसास करवा रहे हैं। नेताजी का मैनपुरी के लोगों से जुड़ाव बताकर डिंपल यादव को जिताने के लिए वोट अपील हो रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह बदला स्वरूप लोगों को खूब पसंद आ रहा है। लोगों को भरोसा भी है कि डिंपल इस चुनाव को बहुत बेहतरीन तरीके से लड़ेंगी। 

इस तरह से कार्यकर्ताओं और नेताओं को मिली है जिम्मेदारी
गौरतलब है कि मैनपुरी मुलायम सिंह यादव की कर्मस्थली रही है। 1989 के बाद से इस सीट को सपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। बीते लोकसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद यहां भाजपा जीत का परचम फहराने में नाकामयाब रही है। मैनपुरी अभी तक सपा का अभेद किला बना हुआ है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद इस किले को बचाए रखने  के लिए सपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। मैनपुरी लोकसभा अंतर्गत इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट यादव बाहुल्य है। इसी के साथ करहल विधानसभा सीट भी सपा की जीत का प्रमुख आधार रही है। इन सीटों पर यादवों का वोट प्रतिशत अधिक है और इसी के चलते स्थानीय नेता और कार्यकर्ता ही यहां जिम्मेदारी संभाले हैं। भोगांव में ब्राह्मण मतदाताओं की निर्णायक संख्या देखते हुए बड़े-बड़े ब्राह्मण नेताओं को यहां बुलाया गया है। इसमें पवन पांडेय, विनय तिवारी, प्रदीप तिवारी, पूजा शुक्ला समेत 100 लोग शामिल हैं। 

मुलायम की तरह लोगों से मिल रहे अखिलेश, बीजेपी ने भी झोंकी ताकत
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी के युवाओं और बुजुर्गों को नेताजी द्वारा किए गए कार्य गिनाए जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रति सहानुभूति की लहर भी लोगों के बीच में देखने को मिल रही है। सपा उपचुनाव से पहले हर वर्ग के लोगों से संपर्क साध रही है। युवाओं के साथ ही बुजुर्गों का विश्वास जीतने और उनके जीत का आशीर्वाद लेने के लिए पूरा अभियान चलाया जा रहा है। नेताजी की तरह ही अखिलेश यादव भी खुद यहां जाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। वहीं भाजपा की ओर से 40 स्टार प्रचारकों को मैनपुरी में उतारा गया है। भाजपा लोगों के बीच में परिवारवाद का मुद्दा लेकर जा रही है। सीएम योगी ने भी करहल में कहा कि सैफई परिवार ने मैनपुरी के लोगों से हक छीना है। 

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