सार

अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव के समय धार्मिक मुद्दों पर बोलते हैं। उन्होने कहा, दांव सीखना है तो समाजवादी पार्टी से सीखो। हमारे नेताजी खुद पहलवान रहे हैं। सबसे ज्यादा पहलवान समाजवादी पार्टी में हैं। अखिलेश ने कहा, BJP ने दिक्कत,किल्लत और जिल्लत दिया है।

रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में विपक्ष पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि जनता विकल्प के रूप में समाजवादी पार्टी को देख रही है। यूपी की जनता बदलाव चाहती है। BJP वाले लैपटॉप (Laptop) नहीं दे पाए। अब जनता यूपी में परिवर्तन चाहती है। उन्होने कहा, हम छोटे दलों को साथ ला रहे हैं। प्रसपा के साथ सपा का गठबंधन कर रहे है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) दमदारी के साथ चुनाव लड़ेगी। जनता समाजवादी सरकार बनाएगी। भाजपा सिर्फ झूठ बोलना जानती है।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुरवा बॉर्डर पर उनका स्वागत सपा कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया, उसके बाद वह बछरावां विधानसभा क्षेत्र के हनुमान मंदिर पर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। बाद में वह अपने विजय रथ यात्रा से बछरावां विधानसभा क्षेत्र में जनसभा के लिए निकल पड़े।

'दांव सीखना है तो समाजवादी पार्टी से सीखो'

अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव के समय धार्मिक मुद्दों पर बोलते हैं। उन्होने कहा, दांव सीखना है तो समाजवादी पार्टी से सीखो। हमारे नेताजी खुद पहलवान रहे हैं। सबसे ज्यादा पहलवान समाजवादी पार्टी में हैं। अखिलेश ने कहा, BJP ने दिक्कत,किल्लत और जिल्लत दिया है।

अखिलेश यादव ने कहा, हर बात झूठी है भाजपा सरकार झूट के फूल में कोई ख़ुशबू नहीं बची है। कोरोना काल में आक्सिज़न भी उपलब्ध भी नहीं कराई है अब तो सरकार ये कह रही है की आक्सिज़न की कमी किसी की मौत नहीं हुई है। डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही है और 2022 में फेल होगी।

दो दिन में 6 विधानसभाएं कवर करेंगे अखिलेश

अखिलेश यादव 17 और 18 दिसंबर को रायबरेली में रहेंगे। 17 दिसंबर को अखिलेश तीन विधानसभाओं का दौरा करेंगे। इसमें बछरावां फिर हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र के गुरबख्श गंज में जनसभा करेंगे। इसके बाद सरेनी विधानसभा क्षेत्र के लालगंज में भी उनकी सभा है। सदर विधानसभा क्षेत्र के PWD गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। 18 दिसंबर को अखिलेश सदर विधानसभा क्षेत्र, ऊंचाहार और अंत में सलोन विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करके वापस लखनऊ लौट जाएंगे।

सियासी जानकारों का मानना है कि अखिलेश को 2012 विधानसभा चुनाव में रायबरेली की जनता ने सिर माथे पर बैठाया था। भाजपा पिछले चुनावों से मजबूत जरूर हुई है, लेकिन अभी भी सपा के लिए विकल्प बचा है। ऐसे में अखिलेश यादव कांग्रेस द्वारा जो खाली जगह है, उसे रायबरेली में भरना चाहते हैं। वह रायबरेली में कांग्रेस की जगह एक मजबूत विकल्प बनकर उभरना चाहते हैं।

पहली बार रायबरेली में रात्रि विश्राम कर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सभी विधानसभा क्षेत्रों को मथने पहुंच रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री के आगमन को ऐतिहासिक बनाने के लिए सपाइयों ने रास्ते में जगह-जगह स्वागत की तैयारी की है। सारे रास्ते सपाइयों की होर्डिंग से पट गए हैं।