सार
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के निधन के बाद भारी संख्या में लोग सैफई पहुंच रहे हैं। लेकिन आज यानि कि गुरुवार को अखिलेश यादव सैफई पहुंच रहे किसी भी आगंतुक से मुलाकात नहीं करेंगे। ऐसे में शोक संवेदना प्रकट करने सैफई पहुंच रहे लोगों को मायूस होना पड़ रहा है।
इटावा: समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सैफई में हैं। इस दौरान नेताजी को श्रद्धांजलि देने के लिए देशभर से उनके समर्थक और प्रशंसक सैफई पहुंच रहे हैं। लेकिन आज यानि की गुरुवार को अखिलेश यादव पैतृक गांव सैफई में शोक संवेदना प्रकट करने आने वाले किसी भी आगंतुक से नहीं मिलेंगे। बताया जा रहा है कि इसके पीछे की वजह एक परंपरा है। इस परंपरा के अनुसार, शोकाकुल परिवार में गुरुवार को किसी से भी मुलाकात नहीं की जाती है।
अखिलेश यादव आगंतुकों से नहीं करेंगे मुलाकात
ऐसे में गुरुवार को सैफई पहुंचने वाले लोगों को मायूस होना पड़ रहा है। बता दें कि शुक्रवार यानि की कल से अखिलेश यादव से लोगों की मुलाकात हो सकेगी। भीड़ को देखते हुए मुलायम सिंह के पैतृक आवास सैफई में सुबह से ही टेंट लगाने का कार्य शुरूकर दिया गया है। यह बड़ा टेंट उसी स्थान पर लगाया जा रहा है, जहां पर मुलायम परिवार द्वारा होली महोत्सव का आयोजन किया जाता है। बताया जा रहा है कि इसी टेंट के नीचे यादव परिवार के सभी छोटे-बड़े सदस्य एकसाथ इसी मंच के नीचे बैठेंगे।
अभी भी सैफई पहुंच रहे हैं लोग
इसी स्थान पर मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा भी रखी जाएगी। जिससे कि सैफई आने वाले विशिष्ट अथिति या फिर कोई सामान्य व्यक्ति नेताजी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दे सके। बता दें कि इटावा और इसके आसपास इलाकों में यह परंपरा है कि कि गुरुवार के दिन शोकाकुल परिवार में मिलना-जुलना नहीं किया जाता है। नेताजी की निधन की सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोग अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव या फिर प्रोफेसर रामगोपाल यादव से मिलने सैफई पहुंच रहे हैं। बता दें कि 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था।
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