सार
मुलायम सिंह की अंत्येष्टि के बाद अखिलेश यादव ने मंच से कार्यकर्ताओं से हाथ मिलाते और उन्हें शांत करवाते नजर आए। इस दौरान अखिलेश यादव पार्टी कार्यकर्ताओं को एक बड़ा संदेश भी देते नजर आए। इस दौरान उनके साथ अब्दुल्ला आजम और धर्मेंद्र यादव भी मौजूद थे।
इटावा: समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को मुखाग्नि देने के बाद अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अंत्येष्टि स्थल से एक बड़ा संदेश दिया। पिता मुलायम को मुखाग्नि देने के बाद अखिलेश यादव शोकाकुल कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच जाकर बैठ गए। वहीं अखिलेश यादव के साथ आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम और धर्मेंद्र यादव भी नजर आए। बता दें अखिलेश यादव इस दौरान ठीक उसी भूमिका में नजर आए जैसे कभी उनके पिता मुलायम सिंह यादव, आजम खान और शिवपाल नजर आते थे।
अंत्येष्टि के बाद अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को कराया शांत
इस दौरान अखिलेश द्वारा दिया गया संदेश साफ था कि अब वह ही पार्टा का वर्तमान और भविष्य हैं। वहीं अखिलेश यादव मंच से कार्यकर्ताओं को शांत करवाते और उनसे हाथ मिलाते भी नजर आए। भले ही वह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हों लेकिन जब तक नेताजी रहे उनकी भूमिका पार्टी में सबसे अहम रही थी। नेताजी मागर्दशक के तौर पर हमेशा पार्टी से जुड़े रहे। अब जब मुलायम सिंह इस दुनिया में नहीं हैं तो उनकी जगह अखिलेश यादव हैं। अब नई पीढ़ी समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह के विचारधारा को लेकर आगे बढ़ेगी।
नेताजी के बाद अभिभावक की भूमिका में नजर आए अखिलेश यादव
मंच पर अखिलेश यादव के साथ अब्दुल्ला आजम और धर्मेंद्र यादव की मौजूदगी साफ़ बता रही थी कि मुलायम के जाने के बाद अब युवा पीढ़ी उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। इस दौरान अखिलेश यादव अभिभावक की भूमिका में नजर आ रहे थे। नेताजी को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में जनसैलाब उमड़ा था। सभी पार्टियों के कई बड़े नेता मुलायम सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए सैफई पहुंचे थे। बता दें कि सैफई के मेला मैदान में मुलायम सिंह यादव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।