सार

एम्बुलेंस को बरेली निवासी फिरोज खान चला रहा था और उसमें नेपाल की दो महिलाएं बैठी हुई थीं। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो चरस तस्करी के इंटरनेशनल गैंग का खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक चरस तस्करी के लिए फिरोज ने एम्बुलेंस खरीद रखी थी।

बरेली (Uttar Pradesh) । एम्बुलेंस में 16 किलो चरस बरामद हुआ है। एसटीएफ ने बरेली में फिरोज खान और दो नेपाली महिलाओं को 16 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया है। इंटरनेशनल मार्केट में इस चरस की कीमत 80 लाख रुपये बताई जा रही है। एसटीएफ के एडिशनल एसपी विशाल विक्रम के मुताबिक ये चरस पश्चिमी यूपी, नई दिल्ली और हरियाणा के सोनीपत में सप्लाई करने के लिए ले जाई जा रही थी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की पूछताछ में पता चला गैंग की सरगना नेपाल के केलाली जिले की रितु चौधरी है, जो रामपुर में आरोपियों का इंतजार कर रही थी, लेकिन एसटीएफ उस तक पहुंचती कि उससे पहले वो फरार हो गई।

इस तरह खुला राज
एसटीएफ के एडिशनल एसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि काफी दिनों से नेपाल से लाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों, नई दिल्ली और हरियाणा के सोनीपत में चरस बेचे जाने की जानकारी मिल रही थी। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने बरेली में घेराबंदी की और एक एम्बुलेंस की चेकिंग की, जिसमें से 16 किलो चरस बरामद हुई।

चरस सप्लाई के लिए खरीदी थी एम्बुलेंस
एम्बुलेंस को बरेली निवासी फिरोज खान चला रहा था और उसमें नेपाल की दो महिलाएं बैठी हुई थीं। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो चरस तस्करी के इंटरनेशनल गैंग का खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक चरस तस्करी के लिए फिरोज ने एम्बुलेंस खरीद रखी थी।

नेपाल से महिलाएं लाती थी चरस
पुलिस के मुताबिक पकड़ी गईं दोनों महिलाएं नेपाल से चरस लाकर लखीमपुर खीरी-पलिया के रास्ते बरेली पहुंची थीं। जहां से फिरोज खान को रामपुर तक पहुंचानी थी। एम्बुलेंस में दोनों नेपाली महिलाओं को बिठाकर फिरोज रामपुर की ओर जा रहा था। जानकारी होने पर फिरोज को एम्बुलेंस समेत एसटीएफ ने घेर लिया।