सार
वाराणसी की शिवपुर विधानसभा के विधायक अनिल राजभर को एक बार फिर योगी सरकार 2.0 में मंत्री पद दिया गया है। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा चुनाव में अनिल राजभर पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे।
लखनऊ: योगी सरकार 1.0 में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन मंत्रालय के कैबिनेट मिनिस्टर रहे वाराणसी की शिवपुर विधानसभा के विधायक अनिल राजभर को एक बार फिर योगी सरकार 2.0 में मंत्री पद दिया गया है। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। बता दें कि वाराणसी जनपद की 386-शिवपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा चुनाव में अनिल राजभर पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे।
अनिल राजभर एक परिचय
अनिल राजभर का जन्म 05 फरवरी, 1973 को नवी नगर (मुम्बई) में हुआ था। अनिल राजभर मूलरूप से चंदौली जिले की सकलडीहा तहसील के रहने वाले हैं। उन्होंने सकलडीहा डिग्री कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू किया था। उसके बाद वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। अनिल राजभर का विवाह 1997 में उषा राजभर से हुआ। उनके एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं।
राजनीतिक सफर
बता दें कि अनिल राजभर राजनीतिक पृष्ठ भूमि से आते हैं। उनके पिता रामजीत राजभर भी भाजपा के टिकट पर धानापुर और चिरईगांव विधायक रहे थे। अनिल राजभर ने चंदौली के सकलडीहा पीजी कॉलेज से छात्रनेता के तौर पर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। 1994 में छात्रसंघ अध्यक्ष बने। इसके बाद जिला पंचायत सदस्य चुने गए। 2003 में पिता के देहांत के बाद उपचुनाव लड़े, लेकिन चुनाव हार गये। इसके बाद से अनिल लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे और 2017 के चुनाव में शिवपुर से विधायक चुने गये। वह राज्य योजना आयोग के सलाहकार भी रहे हैं।
पहले योगी मंत्रिमंडल में उन्हें राजमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सैनिक कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण होमगार्डस् प्रांतीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा विभाग मिला था। उसके बाद मई 2019 योगी कैबिनेट में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन मंत्रालय मिला।
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