सार

सपा विधायक इरफान सोलंकी पर दर्ज आगजनी मामले में उनकी मदद करने वाले सपा नेत्री के भाई अशरफ अली को मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। अशरफ ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए हैं।

कानपुर: सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। पूछताछ के दौरान अशरफ अली उर्फ शेखू पुलिस के सवालों के जवाब बेबाकी से देता रहा। अशरफ अली उर्फ शेखू ने पुलिस के सामने साजिश कुबूल की और बताया कि विधायक पर केस दर्ज होने के बाद उसका मकसद सपा विधायक सोलंकी को बचाना था। इसलिए उसने सपा विधायक का साथ दिया। उसने बताया कि मुंबई जाने की योजना विधायक की थी। जिस कारण उसने मुंबई का टिकट करवाकर सपा विधायक को पहले दिल्ली छोड़ा और फिर इसके बाद सोलंकी वहां से फ्लाइट पकड़कर मुंबई चले गए। बता दें कि बीते रविवार को पुलिस ने अशरफ को हिरासत में लिया था। 

अशरफ ने दी थी सोलंकी को शरण
जिसके बाद दूसरे दिन पुलिस ने उसको बुलाया तो वह खुद ही थाने आ गया। वहीं इस दौरान लगातार पूछताछ की जाती रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अशरफ ने पुलिस को बताया कि इरफान सोलंकी से उसके पारिवारिक रिश्ते हैं। जब सपा विधायक पर केस दर्ज हुआ तो वह और उसकी बहन नूरी शौकत सभी लगातार इरफान के संपर्क में थे। वहीं बीते 9 नवंबर को इरफान सोलंकी अशरफ के घर पहुंचे थे। तब उसने सोलंकी को शरण दी थी। इसी दौरान सोलंकी के फरार होने की साजिश रची गई थी। सपा विधायक की इस साजिश में अशरफ, नूरी व अन्य ने उनका साथ दिया। अशरफ ने पुलिस को बताया कि सोलंकी को इस बात की भनक लग गई थी कि पुलिस उनकी गिरफ्तारी कर उनपर बड़ी कार्रवाई करेगी।

पुलिस फर्जी आधार बनाने वाले की कर रही तलाश
इस कारण से इरफान सोलंकी का पहला मकसद कि वह जल्द से जल्द यूपी को छोड़ दें। वहीं मुंबई में विधायक के रिश्तेदार रहते थे, इसलिए उन्होंने मुंबई जाने की बात कही थी। तभी आधार तेयार कर मुंबई की टिकट बुक की गई थी। पूछताछ के दौरान अशरफ ने बताया कि अली नाम के व्यक्ति ने फर्जी आधार बनाया था। जिसे इरफान ने खुद बुलाया था। बताया गया है कि अली कर्नलगंज निवासी है। उसके पास इसके अलावा अली के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अशरफ ने बताया कि अली विधायक का परिचित है। बता दें कि पुलिस अपने स्तर से फर्जी आधार बनाने वाले अली की तलाश कर रही है। पूछताछ में बताया गया कि जो फर्जी आधार कार्ड बनाय़ा गया था उसे नष्ट कर दिया गया है।

सपा विधायक ने खुद नष्ट किया फर्जी आधार
अशरफ ने बताया कि सपा विधायक ने खुद ही फर्जी आधार नष्ट कर दिया था। वहीं पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है। यदि ये तथ्य सही साबित होते हैं तो पुलिस इरफान सोलंकी केस में साक्ष्य को मिटाने का धारा भी जोड़ेगी। बता दें कि बीते 8 नवंबर को नजीर फातिमा ने जाजमऊ थाने में इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान व अन्य अज्ञात 55 आगजनी, रंगदारी की तहरीर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर सपा विधायक को गिरफ्तार करने के लिए उनको तलाश कर रही थी। विधायक के फरार होने के दौरान पुलिस ने दावा किया था कि सपा विधायक सोलंकी ने फर्जी आधार बनाकर दिल्ली से मुंबई तक का हवाई सफर किया था। फिलहाल सपा विधायक औऱ उनके भाई रिजवान ने खुद को सरेंडर कर दिया था।

कानपुर के रोनिल मर्डर केस में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 36 दिन बाद खुली मिस्ट्री, लव ट्रांयगल में की गई हत्या