सार

मेरठ में चुनावी परिणाम आने के बाद सलावा में ठाकुर और दलितों के बीच विवाद हो गया था। दलितों ने आरोप लगाया है कि विधायक संगीत सोम के समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की है। इसी सिलसिले में सोमवार को सपा विधायक अतुल प्रधान सलावा के दलितों के साथ पहले एसएसपी से मिले उसके बाद एडीजी से कार्रवाई की मांग की। 

मेरठ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कई जगहों पर हमले के मामले सामने आ रहे है। लोगों के बीच एक तरफ खुशी की लहर तो वहीं दूसरी ओर हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे। जिसकी वजह से ऐसे वारदात सामने आ रहे है। ऐसा ही मामला मेरठ का है। वहां भी चुनावी परिणाम आने के बाद सलावा में ठाकुर और दलितों में विवाद हो गया था। दलितों ने आरोप लगाया है कि विधायक संगीत सोम के समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की है। इसी सिलसिले में सोमवार को सपा विधायक अतुल प्रधान सलावा के दलितों के साथ पहले एसएसपी से मिले उसके बाद एडीजी से कार्रवाई की मांग की। पीडितों के अनुसार वे गांव सलावा की दलित बस्तियों में रहते हैं। देर रात उनकी बस्तियों में अज्ञात युवकों ने धारदार हथियार और लाठी डंडों से हमला कर दिया।

कई राउंड फायरिंग भी हुई थी
सलावा गांव में हमलावर युवक जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर भददी गालियां दे रहे थे। युवको ने घरों में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं युवकों ने कई राउंड हवाई फायरिंग भी की। हमलावर युवक यहीं नही रुके उन्होंने घरों में रखा कीमती सामान को भी तोड़फोड़ दिया। बताया जाता है कि भाजपा विधायक के चुनाव हारने से नाराज उनके समर्थकों ने यह हमला किया। दलितों ने बताया कि मतदान के दिन भी उनको वोट डालने से रोका गया था। सोमवार को सपा विधायक अतुल प्रधान दलितों के साथ पहले एसएसपी से मिले। उसके बाद एडीजी से मिलकर कार्रवाई की मांग की। एडीजी ने भरोसा दिलाया कि पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है।

सपा से सरधना विधायक ने की थी मांग
आपको बता दें कि सलावा गांव में दो दिन पूर्व दलितों के मकान पर हुए हमले के मामले में सपा से सरधना विधायक अतुल प्रधान ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। गांव में दो दिन पूर्व कुछ अज्ञात लोगों दलित बस्ती में घरों में तोड़फोड़ की थी। दरवाजे तोड़ दिए थे, बाहर खड़ी गाड़ी तोड़ दी थी, साथ ही विधुत मीटरों को भी नुकसान पहुंचा था। पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया है। उधर, इस मामले का सपा के विधायक अतुल प्रधान ने संज्ञान लिया और घटना की निंदा की। उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर भी एक पोस्ट डाली। जिसके माध्यम से उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर पीड़ितो को न्याय दिलाने की मांग की है।

ब्रज में गुलाल से नहीं चप्पल मार कर खेलते है होली, दशकों पुरानी इस परंपरा के पीछे जानिए असल वजह