सार
एक साधारण भाजपा कार्यकर्ता फिर मेयर के पद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाली बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखंड की राज्यपाल तक की अहम भूमिका निभाई है। इस बार विधानसभा चुनाव में बेबी रानी मौर्य ने आगरा ग्रामीण सीट से बड़ी जीत दर्ज की है। योगी आदित्यनाथ सरकार में बेबी रानी मौर्य को अहम जिम्मेदारी मिलने जा रही है। वे प्रदेश सरकार में मंत्री बन गई हैं।
लखनऊ: योगी आदित्यनाथ 37 साल के रिकॉर्ड को तोड़कर उत्तर प्रदेश के दोबारा मुख्यमंत्री बन गए है। राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में जैसे ही यह घोषणा मंच से हुई कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। यूपी में नई गठित होने जा रही योगी आदित्यनाथ सरकार में बेबी रानी मौर्य को अहम जिम्मेदारी मिलने जा रही है। वे प्रदेश सरकार में मंत्री बन गई हैं। इकाना स्टेडियम में उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के बाद शपथ ग्रहण ली। पहले उनको डिप्टी सीएम का पद देने की भी चर्चा हुई थी, लेकिन योगी सरकार में एक बार फिर केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया है। उनके अलावा ब्रजेश पाठक प्रदेश में नए डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। हालांकि, उनके मंत्री बनने के बाद उन्हें मजबूत विभाग दिए जाने की भी चर्चा है।
ऐसे हुई 2022 चुनाव में एंट्री
उत्तराखंड के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद बेबी रानी मौर्य को भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। ऐसा कहा जा रहा था कि सत्ता विरोधी लहर के चलते आगरा ग्रामीण सीट पर पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में भाजपा ने विधायक हेमलता दिवाकर की जगह मौर्य को टिकट देकर मैदान में उतारा था। यहां भाजपा ने आगरा की सभी 9 सीटों पर जीत भी हासिल की। इसके अलावा उन्होंने आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से 76,608 मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की है।
बेबी रानी मौर्य का राजनीतिक करियर
* 1990 में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत एक भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर शुरू की
* 1995 से 2000 तक आगरा की पहली महिला मेयर रहीं
* 1997 में भाजपा की अनुसूचित जाति (एससी) शाखा की पदाधिकारी नियुक्त किया गया
* 2001 में राज्य समाज कल्याण बोर्ड की सदस्य बनीं
* 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य बनीं
* 2007 के विधानसभा चुनाव में एत्मादपुर सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं
* 2018 में उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया
* 2018 की जुलाई में बाल अधिकार संरक्षण के राज्य आयोग का बनाया गया सदस्य
* 2013 से 2015 तक वह भाजपा प्रदेश मंत्री रहीं
इसके बाद उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया। लेकिन, 8 दिसंबर 2021 को राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर वह यूपी चुनाव 2022 में आगरा ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ी और भारी बहुमत से जीत हासिल की।
तीन सालों तक रहीं उत्तराखंड की राज्यपाल
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के सातवें राज्यपाल के रूप में भी उन्होंने अपनी सेवा दी। वे इस प्रदेश के राज्यपाल के रूप में 26 अगस्त 2018 से सितंबर 2021 तक रहीं। दो साल पहले ही उन्होंने अपने कार्यकाल पद समाप्त होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्हें सितंबर 2021 में बीजेपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। 2022 विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की।
बेबी रानी आती है जाटव समाज से
बेबी रानी मौर्य जाटव समाज से आती हैं। उन्होंने बताया था कि जाटव अनुसूचित जाति वर्ग में ही आते हैं। मेरी ससुराल जहां है, वह जाटव लोग मौर्य लिखते हैं। लेकिन पूर्वी यूपी में मौर्य लोग पिछड़ा वर्ग में आते हैं। जाति को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए कि मैं अनुसूचित जाति वर्ग की हूं या पिछड़ा वर्ग की। स्पष्टता होनी चाहिए, उसमें छिपाने जैसी कोई बात नहीं होनी चाहिए। जाटव समाज से आने के कारण उन्हें मायावती के सामने भाजपा खड़ा करने की कोशिश करती रही है। मायावती भी इसी समाज की राजनीति करती हैं।
आगरा ग्रामीण से विधायक हैं मौर्य
यूपी के आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से बेबी रानी मौर्य विधायक चुनी गई हैं। 2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने बहुजन समाजवादी पार्टी की किरण प्रभा केशरी को 76,608 वोटों से हराया है। उनको 1,37,310 वोट मिले। वहीं, बसपा की किरण प्रभा को 60,702 वोट मिले थे। बेबी रानी मौर्य ने 52.63 फीसदी वोट मिला था।
पारिवारिक जीवन
बेबी रानी मौर्य का जन्म 15 अगस्त 1956 को यूपी के आगरा जिले में ही हुआ था। उन्होंने आगरा से ही बीएड और एमए की है। बेबी रानी मौर्य का मायका बेलनगंज और ससुराल करिअप्पा रोड बालूगंज में है। गैर राजनीतिक परिवार से आने वाली बेबी रानी मौर्य के ससुर एक आईपीएस अधिकारी थे, जबकि पति पंजाब नैशनल बैंक में उच्च पद पर रह चुके हैं। उनका बेटा अभिनव मौर्य इंजीनियर हैं और वह अमेरिका में रहता है। बेटी अंजू मौर्य भी अमेरिका शिफ्ट में ही रहती हैं।
बेबी रानी मौर्य की संपत्ति
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी विधायक बेबी रानी मौर्य के पास बैंक में 21.06 लाख रुपए हैं। इसके साथ ही उनके पास 2.95 लाख रुपए के शेयर हैं। इसके साथ ही एलआईसी समेत अन्य पॉलिसी 3 लाख रुपए और 5.50 लाख रुपए की ज्वेलरी है। 10 लाख रुपये अन्य साधनों से प्राप्त हैं।
इन सम्मानों से किया गया है सम्मानित
* 1996 में सामाजिक कार्यों के लिए समाज रत्न
* 1997 में उत्तर प्रदेश रत्न
* 1998 नारी रत्न
अनिल राजभर को एक बार फिर योगी सरकार 2.0 में मिली जगह, जानिए उनके राजनीतिक सफर की पूरी कहानी