सार

यूपी के बदायूं में हुए तिहरे हत्याकांड के आरोपियों ने पुलिस के सामने कई बड़े राज खोले हैं। पुलिस के मुताबिक पूर्व ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता के परिवार को खत्म करने की साजिश काफी पहले से बनाई जा रही थी।

बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में ट्रिपल मर्डर की वारदात ने सनसनी फैला दी थी। इस तिहरे हत्याकांड में सबसे बड़ा सवाल ये था कि आखिरकार राकेश के घर का पिछला दरवाजा कैसे खुला। पुश्तैनी रंजिश के चलते राकेश हमेशा सतर्क रहता था। इस कारण पूर्व ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता अपने साथ कुछ प्राइवेट गनर भी रखते थे। बता दें कि आरोपियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, उनकी पत्नी शारदा और मां शांति देवी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। राकेश गुप्ता के घर के दरवाजे अंदर से बंद रहते थे। 

आरोपियों ने ऐसे रची थी साजिश
बताया गया है कि दरवाजा केवल परिचितों के लिए ही खोला जाता था। इस हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी अवनीश ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा है कि घर का दरवाजा उसी ने खुलवाया था। क्योंकि वह राकेश से परिचित था। हत्या की साजिश के चलते गेट खुलवाया गया और इसके बाद अवनीश वहीं पर राकेश के पास बैठकर बातें करने लगा। गांव समेत इधर-उधर की बातें शुरूकर उसने राकेश को अपनी बातों में उलझा दिया। राकेश गुप्ता का पथरी का ऑपरेशन हुआ था। इसलिए वह बेड पर लेटकर ही उससे बातचीत कर रहे थे

अविनाश और रविंद्र की थी पुरानी रंजिश
इस दौरान पीछे के दरवाजे से रविंद्र दीक्षित, सार्थक, विक्की और चांद मियां ने घर के अंदर घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने बताया कि वह जिस दरवाजे से घटना को अंजाम देने के लिए घुसे थे, फिर उसी दरवाजे से आरोपी असलहा लहराते हुए निकले थे। अवनीश ने पुलिस को बताया कि हत्या की प्लानिंग कई दिनों से की जा रही थी। लेकिन साजिश को फाइनल टच 30 अक्टूबर की रात को दिया गया था। बता दें कि अविनाश और रविंद्र की पहले से दुश्मनी चली आ रही थी। एक बार जब अवनीश को गोली लगी थी तो उसने हमले का आरोप रवींद्र पर लगाया था। लेकिन बाद में दोनों एक हो गए। ऐसे में राकेश गुप्ता को लगा था कि रवींद्र और अवनीश की रंजिश है और अवनीश उनके पक्ष में है। 

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