सार

यूपी के बागपत में 7 साल के मासूम की हत्या का मामला सामने आया है। आरोपियों ने रिटायरमेंट के बाद मिली रकम को हड़पने के लिए किडनैप का प्लान बनाया था। हालांकि इसमें फेल होने पर यह काम किया गया। 

बागपत: यूपी में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। 7 वर्षीय मासूम शौर्य की हत्या के बाद उसका शव गन्ने के खेत में गड्ढे में खोदकर दफन कर दिया गया। इस शव को पुलिस ने बरामद कर लिया है। शौर्य की हत्या किसी और के द्वारा नहीं बल्कि उसके सगे चाचा और चचेरे भाई के द्वारा की गई थी। पुलिस ने शव को बरामद करने के साथ ही तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

रिटायरमेंट के बाद मिली रकम हड़पने का था प्रयास
मामले का खुलासा करते हुए एसपी बागपत नीरज कुमार जादौन ने मीडिया को जानकारी दी कि 5 दिन पहले हत्या के बाद शव को मिट्टी में दबाया गया था। मृतक के चाचा और चचेरे भाई ने एक साथी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को उठाकर पूछताछ की थी। जिसके बाद आरोपियों ने हत्या की वारदात को स्वीकार किया है। उनकी निशानदेही पर ही शव भी बरामद किया गया है। आरोपियों ने शौर्य के बाबा के रिटायरमेंट से मिली मोटी रकम को हड़पने के लिए वारदात को अंजाम दिया था। 

रंगदारी वसूलने में फेल होने पर कर दी हत्या 
आरोपियों ने पहले मासूम का अपहरण कर रंगदारी का प्लान बनाया। उन्होंने बच्चे को उठाकर हत्या इस वजह से कर दी क्योंकि वह रंगदारी नहीं वसूल पाए थे। ज्ञात हो कि कोतवाली खेकड़ा क्षेत्र के फखरपुर गांव में 15 दिसंबर को ट्यूशन से वापस आने के दौरान 7 वर्षीय मासूम शौर्य का अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद से पुलिस लगातार बच्चे की तलाश में जुटी थी। काफी खोजबीन के बाद भी मासूम का कोई पता नहीं लग सका। यहां तक पुलिस और परिजनों ने बच्चे का पता बताने वाले को 50 हजार का इनाम देने तक की घोषणा की थी। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने जब चाचा और चचेरे भाई पर शिकंजा कसा तो इस वारदात का खुलासा हो सका। 

आगजनी व फर्जी आधार मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की तैयारी, SP विधायक सोलंकी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें