सार
यूपी के जिले बागपत में शनिवार की सुबह देवता रखने को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों के साथ धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस संघर्ष में दोनों पक्षों से महिला समेत 10 लोग घायल हो गए।
बागपत: उत्तर प्रदेश के जिले बागपत में शनिवार की सुबह दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। ऐसा बताया जा रहा है कि देवता रखने को लेकर बहस शुरू हुई। देखते ही देखते बहस ने विवाद का रूप ले लिया और एक-दूसरे पर लाठी-डंडों व धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस झगड़े में दोनों पक्षों से महिला समेत दस लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने झगड़े को शांत कराने के साथ-साथ सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सभी का इलाज जारी है।
खूनी संघर्ष में दोनों पक्षों के लोग हुए घायल
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के बड़ौत क्षेत्र के जौनमाना गांव का है। दो पक्षों के बीच धारदार हथियार चलने के बाद कोतवाली में एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए तहरीर दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। ग्रामीणों के बीच हुए झगड़े में एक पक्ष से कमलेश पत्नी सोहनवीर, अंशु पत्नी लोकेंद्र, अंकित पुत्र सोहनवीर, अंजली पुत्री अंकिता, नितिन व ज्योति शामिल है। वहीं दूसरे पक्ष से घायलों में धर्मेंद्र पुत्र बलजोर सिंह, बबली पत्नी धर्मेंद्र, ज्योति पत्नी अमित व दिनेश पुत्र बलजोर शामिल है।
दोनों पक्षों की तहरीर के हिसाब से पुलिस कर रही जांच
ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पक्षों बीच पहले देवता रखने को लेकर कहासुनी हुई और बाद में दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इससे आसपास मौजूद लोगों में भी भगदड़ मच गई। गांव में इस वारदात की सूचना पर सीओ युवराज सिंह, इंस्पेक्टर एनएस सिरोही पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उसके बाद सभी को शांत कराकर मामले को शांत कराया। इस पूरे प्रकरण में सीओ युवराज का कहना है कि देवता रखने को लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई है। उन्होंने आगे कहा कि तहरीर दोनों तरफ से मिली है। उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।