सार

यूपी के बलिया से जिला अस्पताल में बड़ी सामने आई। यह स्ट्रेचर न मिलने पर मरीज को बाइक से इमरजेंसी वार्ड में पहुंचाया गया। मामले में अस्पताल प्रशासन के लोग एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। 

बलिया: जिला अस्पताल में बाइक से मरीज को इमरजेंसी वार्ड में ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि मरीज की हालत बिगड़ने पर स्ट्रेचर के आभाव में उसे इस तरह से ले जाया गया। इसके बाद अधिकारियों द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अस्पताल प्रशासन की ओर से स्ट्रेचर न होने की बात को सिरे से खारिज किया जा रहा है। 

कुछ दिन पहले ही डिप्टी सीएम ने किया था निरीक्षण 
सीएमएस डॉ. दिवाकर सिंह ने जानकारी दी कि इमरजेंसी में पर्याप्त मात्रा में स्ट्रेचर और व्हील चेयर मौजूद हैं। किसी भी मरीज के स्वजनों के मांगने पर फार्मासिस्ट या वार्ड ब्वाय तत्काल ही उसे यह मुहैया करवाते हैं। गौर करने वाली बात है कि कुछ दिन पहले ही डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने अस्पताल का मुआयना किया था। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्टि जाहिर की थी। हालांकि उसके कुछ दिन बाद ही बाइक से मरीज के इमरजेंसी में पहुंचने का यह मामला काफी गंभीर है। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि तीमारदार आए दिन मरीजों को वार्डों तक बाइक से पहुंचाते हैं। हालांकि जब इसका विरोध किया जाता है तो वहां विवाद खड़ा होता है। 

स्वास्थ्य महकमे की पोल खोल रहा वीडियो 
कर्मचारियों ने कहा कि जिला अस्पताल के पास सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अस्थाई पुलिस चौकी का निर्माण भी करवाया गया है। यहां दिन में चौकी इंचार्ज, दो कांस्टेबल और 10 होमगार्ड तैनात रहते हैं। वहीं रात के समय में एक कांस्टेबल, 3-4 होमगार्ड तैनात रहते हैं। लेकिन मरीजों से हंगामे के बाद वह भी मूकदर्शक बने रहते हैं। जब विवाद बढ़ता है तो उच्च अधिकारियों को फोन पर सूचना देकर बुलाया जाता है। फिलहाल इस तरह से अस्पताल के भीतर मरीज को बाइक से बेड तक ले जाने का यह वीडियो चौंकाने वाला है और स्वास्थ्य महकमे की पोल खोलता है। 

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