सार
यूपी के जिले बलिया में दुष्कर्म के आरोपी की मां ने पीड़िता का गर्भपात करा दिया। वहीं पीड़िता के पिता का कहना है कि उसके बेटी को अकेली पाकर हवस का शिकार बना लिया और जब इसकी शिकायत करने चाही तो जान से मारने की धमकी मिली।
बलिया: उत्तर प्रदेश के जिले बलिया में दुष्कर्म के आरोपी की मां के द्वारा हैरान कर देने वाली हरकत सामने आई है। युवक की मां ने पीड़िता को इलाज के नाम पर बहला-फुसलाकर अस्पताल ले गई और वहां उसका गर्भपात करा दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब पीड़िता के पिता ने क्षेत्राधिकारी से शिकायत की। उसके बाद अस्पताल में पुलिस पहुंची तो स्टाफ फरार हो गया और वहां उनको किशोरी अकेली छटपटाती हुई मिली। पिता का आरोप यह भी है कि उसकी बेटी शनिवार से ही घर से लापता थी और वह उसकी तलाश कर रहा था मगर आरोपी की मां उसे बहला-फुसलाकर अस्पताल ले गई।
पत्नी की हो चुकी है मृत्यु, घर में अकेली रहती है बेटी
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के रेवती थाना क्षेत्र का है। यहां के निवासी पीड़िता के पिता ने क्षेत्राधिकारी को दी गई तहरीर में बताया कि पत्नी मर गई है और वह जीविकापार्जन के लिए बिहार के डोरीगंज घाट पर मछली पकड़ने का काम करता है। साथ ही वह विकलांग भी हैं और उनकी बेटी अकेले घर में रहती है। किशोरी के पिता का कहना था कि उसकी बेटी शनिवार से ही गायब थी और गांव के ही एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जिसकी वजह से वह गर्भवती हो गई।
पीड़िता को जान से मारने की मिली थी धमकी
आरोपी की मां को जब किशोरी के गर्भवती की जानकारी हुई तो वह बहला-फुसलाकर बैरिया लेकर गई और वहां सुमन चिकित्सालय में दवा इलाज कराने के बहाने पैसा खर्च कर सिजेरियन ऑपरेशन कराकर उसका गर्भपात करा दिया। यह बात पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताई। वह आगे कहते है कि आरोपी युवक की मां ने मेरी बेटी को धमकी दी थी कि अगर किसी को बताओगी तो जान से हाथ धो बैठोगी। इस बात का पता चलने के बाद मामले की तहरीर दिया।
संगीन मामले में किसी को भी नहीं जाएगा बख्शा
इस घटना की सूचना पर पहुंचे उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्र, चौकी इंचार्ज बैरिया अतुल कुमार मिश्र व 112 नम्बर की पुलिस ने चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस प्रकरण को लेकर चौकी इंचार्ज ने बताया कि घटना रेवती थाना क्षेत्र के एक गांव की है। मामले की तहरीर पीड़िता के पिता से मांगी गई है। उसके बाद सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर उप जिलाधिकारी बैरिया आत्रेय मिश्र का कहना है कि मामला काफी संगीन है। इस मामले में नर्सिंग होम संचालक, बैठने वाले डॉक्टर, काम करने वाले स्टाफ किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि साथ ही नर्सिग होम की भी जांच होगी।