सार

सफीपुर के ओसिया गांव के सलामुद्दीन ने जंगलेश्वर मंदिर में बहन नगीना की शादी के लिए मन्नत मांगी थी। जिसके बाद सलामुद्दीन की बहन की शादी हो गई। सलामुद्दीन ने जंगलेश्वर मंदिर पर 9 दिन तक भागवत कथा सुनी और भंडारे का आयोजन किया।

उन्नाव (Uttar Pradesh) । सफीपुर के ओसिया गांव में मुस्लिम भाई ने अपनी बहन की शादी होने पर 9 दिन तक भागवत कथा का आयोजन किया। इसके बाद भंडारे के साथ कथा का विधि-विधान से समापन कराया। इस पूरे कार्यक्रम में हिंदू के साथ-साथ मुस्लिम भी शामिल हुए। 

जंगलेश्वर मंदिर में मांगी थी मन्नत
सफीपुर के ओसिया गांव के सलामुद्दीन ने जंगलेश्वर मंदिर में बहन नगीना की शादी के लिए मन्नत मांगी थी। जिसके बाद सलामुद्दीन की बहन की शादी हो गई। सलामुद्दीन ने जंगलेश्वर मंदिर पर 9 दिन तक भागवत कथा सुनी और भंडारे का आयोजन किया।

मुस्लिमों ने भी सुनी भागवत कथा
कथावाचक कृष्ण कुमार शुक्ला ने कहा कि भागवत कथा में हिंदू के साथ मुस्लिमों ने भी शिरकत की। वहीं, सलामुद्दीन ने बताया कि हमने बहन की शादी मानी थी। इसलिए बाबा के आशीर्वाद से शादी सफल हुई है। मन्नत को पूरी करने के लिए भागवत करवाया, जिसका समापन भी हो गया।

चार साल में पूरी की मन्नत
सलामुद्दीन घर-घर जाकर चूड़ी बेचता है। चार साल पहले गांव के जंगलेश्वर मंदिर में अपनी बहन नगीना की शादी के लिए मन्नत मांगी थी। इसके बाद उसकी बहन का निकाह हो गया था, लेकिन आर्थिक कारणों के चलते सलामुद्दीन अपनी मन्नत को पूरा नहीं कर पा रहा था। करीब चार साल बाद सलामुद्दीन ने गांव के जंगलेश्वर मंदिर में भागवत कथा का आयोजन कराया। इसके बाद शनिवार को भंडारे के बाद भागवत कथा का समापन हुआ। इस भागवत कथा कार्यक्रम में हिंदू के साथ ही मुस्लिमों ने भी शिरकत की।