सार
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का विपक्षी पार्टियों पर लगातार हमला किया जा रहा है। हाल ही में मायावती ने योगी सरकार पर दुबारा निशाना साधा है।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का विपक्षी पार्टियों पर लगातार हमला किया जा रहा है। चुनाव से पहले बसपा सुप्रिमो मायावती सोशल मीडिया पर एक्टिव हो चुकी हैं। 24 घंटे के अंदर उन्होंने तीसरा ट्वीट कर किसी मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी है। हाल ही में उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा " भय, भ्रष्टाचार, भेदभाव व जान-माल-मजहब की असुरक्षा अर्थात यूपी की बदतर कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी व लाखों पलायन आदि विशाल आबादी वाले इस राज्य की सबे बड़ी समस्याएं हैं, जो लगातार बढ़ती ही जा रही हैं एवं लोगों में कुण्ठा पैदा कर रही हैं तथा समाज व प्रदेश पिछड़ रहा है, अति-दु:खद।"
उसके बाद बसपा सुप्रीमो ने आगे सरकार से सवाल पूछा "यूपी में बीएसपी की रही सरकार में लगभग ढाई लाख गरीब परिवारों को बुनियादी सुविधाएं-युक्त आवास उपलब्ध कराया व करीब सुविधांए-युक्त आवास उपलब्ध कराया व करीब 15-20 लाख मकानों की तैयारी चल रही थी, किन्तु सरकार बदलने के कारण यह कार्य अधूरा रह गया, जिसे ही भाजपा भुनाने का प्रयास कर रही है। इन्होंने अपना क्या किया?
बता दे कि इससे पहले मायावती प्रियंका गाधी के बयान को लेकर भी उन्होंने ट्वीट कर निशाना साधाते हुए कहा था कि "यूपी में कांग्रेस जैसी पार्टियां लोगों की नजर में वोट काटने वाली पार्टियां हैं। ऐसे में भाजपा को यूपी की सत्ता से बाहर करके यहां सर्वसमाज के हित में व इनके जाने-परखे नेतृत्व वाली सरकार की जरूरत है। जिसमें बीएसपी का स्थान वास्तव में नंबर-1 पर है।" साथ ही योगी आदित्यनाथ के बंगले वाले बयान पर भी मायावती ने ट्वीट करके जवाब दिया था कि "शायद पश्चिमी यूपी की जनता को यह नहीं मालूम है कि गोरखपुर में योगी जी का बना मठ जहां वो अधिकांश निवास करते हैं, वो कोई बड़े बगंले से कम नहीं है। यदि इस बारे में भी यह बता देते तो बेहतर होता।"