सार

दुराचार के मामले में घोसी के बसपा सांसद अतुल राय को कोर्ट ने बरी कर दिया है। यह केस उन पर 2019 से चल रहा था। अतुल राय मौजूदा समय में नैनी जेल में बंद है। अतुल राय के वकील अनुज यादव और वादी के वकील एडीजीसी ज्योति शंकर ने इसकी पुष्टि की है। 

वाराणसी: घोसी से बसपा सांसद अतुल राय को दुष्कर्म के मामले में बरी कर दिया गया है। विशेष न्यायधीश एमपी-एमएलए सियाराम चौरसिया की कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। हालांकि अभी अतुल राय जेल में ही रहेंगे। बसपा सांसद के अधिवक्ता ने जानकारी दी कि अभी लखनऊ में एक और मामला दर्ज है और उसमें जमानत के बाद ही रिहाई होगी। 

युवती ने मित्र के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने किया था आत्मदाह
यह तीन साल पुराना काफी चर्चित था। ज्ञात हो कि बीते साल 16 अगस्त को इस मामले में दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती ने अपने मित्र के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह किया था। उपचार के दौरान ही युवक की 21 और युवती को 24 अगस्त को मौत हो गई थी। जिस दौरान दोनों ने आत्मदाह का प्रयास किया था उस समय उनके द्वारा फेसबुक पर लाइव वीडियो भी साझा किया गया था। लाइव वीडियो में ही इस आत्मघाती कदम को उठाया गया था। वीडियो जारी कर पीड़िता औऱ उसके साथी ने वाराणसी के तत्कालीन पुलिस अधिकारी और न्याय व्यवस्था को कोसते हुए यह कदम उठाया था। युवती ने अपनी तहरीर में बताया था कि पढ़ाई के दौरान ही उसका परिचय अतुल राय से हुआ था। मार्च 2018 में अतुल उसे अपनी पत्नी से मिलवाने की बात कहकर चितईपुर स्थित फ्लैट में ले गए। वहां कोई नहीं था और वहीं पर उन्होंने युवती के साथ दुराचार किया। इसके बाद उसकी अश्लील फोटो खींची और वीडियो भी बना लिया। बाद में युवती को ब्लैकमेल किया जाने लगा। जब युवती विरोध करती तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती।

लंका थाने में दर्ज हुआ था दुष्कर्म का मुकदमा
कॉलेज की पूर्व छात्रा और मूल रूप से बलिया की रहने वाली युवती ने बसपा सांसद अतुल राय पर 1 मई 2019 को लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में गवाह गाजीपुर के भंवरकोल निवासी एक युवक था। मुकदमा दर्ज होने के बाद लोकसभा चुनाव जीतते ही 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उसके बाद से वह लगातार जेल में ही हैं। इस समय वह प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। 

जानिए मुहर्रम से पहले हर साल कुंडा में क्यों होता है तनाव? 7 साल पुरानी इस कहानी का आज तक नहीं हो पाया निपटारा