सार
यूपी के बुलंदशहर में बीते दिनों गोकशी को लेकर भड़की हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के हत्यारोपी सुमित के परिवारवालों ने उसकी मूर्ति स्थापित की है। साथ ही उसे गौरक्षक बता शहीद का दर्जा भी दे दिया है।
बुलंदशहर (Uttar Pradesh). यूपी के बुलंदशहर में बीते दिनों गोकशी को लेकर भड़की हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के हत्यारोपी सुमित के परिवारवालों ने उसकी मूर्ति स्थापित की है। साथ ही उसे गौरक्षक बता शहीद का दर्जा भी दे दिया है। यही नहीं, सुमित के पिता ने कहा, सीएम ने सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक अपना वादा पूरा नहीं किया। अगर जल्द मांग पूरी नहीं हुई तो परिवार समेत धर्म परिवर्तन कर लेंगे। बता दें, हिंसा के दौरान गोली लगने से सुमित की भी मौत हो गई थी।
सुमित के परिजनों ने की थी सीएम योगी से मुलाकात
3 दिसंबर 2018 को स्याना कोतवाली इलाके के चिंगरावठी गांव में गोकशी के बाद हिंसा भड़क गई थी। हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह और गांव के रहने वाले सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने सुमित को भी नामजद आरोपी बनाया था। जबकि परिजन सुमित को निर्दोष बताते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी।
सुमित के परिवारवालों ने लगाए ये आरोप
सुमित के परिजनों का आरोप है, शासन प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण उनकी मांग अभी पूरी नहीं हुई है। सीबीआई जांच भी नहीं कराई गई। आरोप लगाया कि, मुझे अपनों ने मारा। खास वर्ग के लोग मार रहे हैं। इसलिए मैं धर्म परिवर्तन कर लूंगा।