सार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार दोपहर राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन किया। दर्शन के बाद सीएम योगी राम जन्मभूमि कार्यशाला पहुंचे, जहां उन्होंने तराशे गए पत्थरों को देखा।
अयोध्या(Uttar Pradesh). उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार दोपहर राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन किया। दर्शन के बाद सीएम योगी राम जन्मभूमि कार्यशाला पहुंचे, जहां उन्होंने तराशे गए पत्थरों को देखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों और साधु संतों के साथ बैठक की। CM योगी भूमि पूजन को लेकर काफी उत्साहित दिखे। उन्होंने कहा कि 500 सालों के इन्तजार के अब्द ये शुभ मुहूर्त आया है कब राम मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि 5 अगस्त को 500 साल बाद ये शुभ मुहूर्त आया है जब प्रभु श्री राम की जन्मभूमि में उनका भव्य मंदिर बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये गौरव की बात होगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखेंगे और भूमि पूजन करेंगे। साधु संतों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ की बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा भी हुई। सीएम ने अफसरों को कोरोना महामारी के चलते कार्यक्रम में पूरा एहतियात बरतने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करवाने के भी निर्देश दिए।
शहर के सभी प्रमुख स्थानो पर कार्यक्रम के प्रसारण के लगेगी टीवी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे वो भी पूरे कार्यक्रम को अच्छे से देख पाएंगे। इसलिए मायूस होने की आवश्यक्ता नहीं है। कार्यक्रम के दौरान इसका प्रसारण एलईडी टीवी के माध्यम से लाइव दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम में 200 लोगों की ही उपस्थिति रहेगी। ऐसे में अगर कोई शामिल न हो पाए तो इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाएं।
ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने दी अहम जानकारियां
हनुमानगढ़ी में पूजा अर्चना के बाद सीएम कारसेवकपुरम पहुंचे। यहां उन्होंने तराशे गए पत्थरों का जायजा लिया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सीएम को सारी जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि मंदिर निर्माण में इन पत्थरों की क्या उपयोगिता रहेगी। सीएम ने पूछा कि सालों से तराश कर तैयार किए जा रहे ये पत्थर मंदिर में कहां कहां काम आएंगे। इस पर उन्हें ट्रस्ट के लोगों ने जानकारी दी। मुख्यमंत्री खुद एक-एक जगह जाकर अधिकारियों से बात किया और तैयारियों का जायजा लिया।