सार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव खत्म होते ही मेरठ पुलिस एक्शन में आ गई। 32 टीमें बनाकर लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में बदमाशों का सत्यापन शुरू कर दिया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस संबंध में सीओ कोतवाली और थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी अपराधी हैं उनका हर हाल में सत्यापन किया जाए।
मेरठ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव खत्म होते ही विभाग के लटके हुए काम फिर से तेजी के साथ शुरू हो गए है। सरकार जहां एक तरफ 50 साल से अधिक पुलिसकर्मियों को रिटायर कर रही तो वहीं दूसरी ओर मेरठ पुलिस एक्शन में आ गई है। मेरठ पुलिस ने 32 टीमें बनाकर लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में बदमाशों का सत्यापन शुरू कर दिया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस संबंध में सीओ कोतवाली और थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी अपराधी हैं उनका हर हाल में सत्यापन किया जाए।
लिसाड़ीगेट बदनाम है अपराध के लिए
बता दें कि मेरठ का लिसाड़ी गेट इलाका अपराधियों के लिए बदनाम रहा है। यानी कहा जा सकता है कि इस इलाके में अपराधियों का राज है। यह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है, इसकी आबादी पांच लाख है। यहां वाहन चोर, वाहन लुटेरे, पर्स लुटेरे, चेन स्नेचर हैं। लिसाड़ीगेट के तांत्रिक दूसरे प्रदेशों में भी लूट व धोखाधड़ी करते हैं।
पुलिस टीमों ने घर घर अभियान किया शुरू
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पुलिस की 32 टीमें बनाकर जेल से छूटकर आए और वांछित चल रहे बदमाशों के बारे में जानकारी के लिए बदमाशों के घर-घर भेज कर सत्यापन कराना शुरू कर दिया है। चुनाव होने के बाद पुलिस सरकार बनने के बाद एक्शन मोड में आ गई है और अब पहले से भी ज्यादा बदमाशों की कमर तोड़ने का काम कर रही है। दिन निकलते ही बदमाशों के घर पर पुलिस की टीमों ने घर घर अभियान शुरू कर दिया।
पुलिस पूछ रही सवाल- तुम्हारा शौहर कहां है
सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया के नेतृत्व में इंस्पेक्टर लिसाड़ीगेट उत्तम सिंह राठौर, महिला इंस्पेक्टर प्रतिभा सिंह, महिला थाने की एसओ मोनिका जिंदल अलग अलग टीमों के साथ समर गार्डन, जाकिर कालोनी, इस्लामााबाद कॉलोनी में पहुंचे। जहां महिलाओं से पुलिस ने पूछा की तुम्हारे शौहर पर चेन लूट के मुकदमे हैं, वह जेल जा चुका है। अब बताइए। सबसे बड़े लुटेरे गफरान, दानिश, भूरा, चांद, फिरोज के खिलाफ पूर्व में चौराहों पर पोस्टर भी लगाए गए थे।
अपराधियों को बक्शा नहीं जाएगा
एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि अपराधियों के सत्यापन के लिए पुलिस की टीम गठित की गई हैं। जिन अपराधियों ने पूर्व में अपराध किया है। उन सभी का पुलिस सत्यापन कर रही है। अपराध में शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
पूर्व में कई बार अधैसैनिक बल भी लगाए
2017 में जब प्रदेश में योगी सरकार बनी थी। तो वेस्ट यूपी में मेरठ का लिसाड़ीगेट इलाके में बदमाशों की घेराबंदी के लिए तत्कालीन एसएसपी जे. रविंदर गौड ने आरएएफ लगाकर अभियान चलाया था। एक दिन में ही 50 अवैध हथियार घर घर से पुलिस ने बरामद किए। उस समय 15 दिन तक पुलिस ने सत्यापन शुरू किया था।
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