सार
काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर ही बांके बिहारी मंदिर में भी भीड़ पर नियंत्रण का फार्मूला तैयार होगा। इसको लेकर पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह वाराणसी पहुंचे और अधिकारियों से विचार विमर्श किया।
वाराणसी: बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काशी विश्वनाथ धाम के क्राउड मैनेजमेंट के फार्मूले के अपनाया जाएगा। इसको लेकर अधिकारी लगातार लगे हुए हैं। इसी कड़ी में बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ में हुए हादसे की जांच कर रही समिति के अध्यक्ष पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह, गृह सचिव एमपी मिश्रा के साथ काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम को समझा।
बाबा के धाम पहुंचकर समझा क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने धाम पहुंचने से पहले पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान सावन में विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के फार्मूले के साथ ही पूजन-अर्चन की भी जानकारी ली गई। सावन के माह में भारी संख्या में लोगों ने बाबा के धाम पहुंचकर दर्शन किए हैं। आंकड़ों के अनुसार एक करोड़ से अधिक लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर दर्शन किया। हालांकि मंदिर की व्यवस्था से लेकर सड़क तक किसी भी प्रकार की असुविधा सामने नहीं आई।
कई अन्य जगहों के भी अधिकारी पहुंच रहे काशी
कमिश्नरेट पुलिस की ओर से किए गए क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में जानकारी के लिए अब देशभर के अधिकारी काशी पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में बीते दिनों सोलापुर की टीम ने भी वाराणसी का दौरा किया था। यहां पहुंचकर उन्होंने क्राउट मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में जानकारी ली थी। सोमवार को पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह भी यहां पहुंचे और पुलिस कमिश्नर के अलावा अलग-अलग मार्गों से आने वाले यात्रियों, सामान्य दर्शनार्थियों के साथ कांवरियों के जल चढ़ाने की व्यवस्था के बारे में जानकारी हासिल की। गौरतलब है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे के बाद जांच कमेटी का गठन किया गया था। हादसे को लेकर कमेटी ने मंदिर पहुंचकर जांच की। इसके बाद अब आगे इस तरह की घटना न हो इसको लेकर प्रयास किया जा रहा है और बेहतर सिस्टम बनाने पर काम हो रहा है।
भदोही: नंबर ब्लाक करने पर युवक ने युवती को दी खौफनाक सजा, एकतरफा प्यार में इस हरकत ने पहुंचाया जेल