सार

गिरधारी को आत्मसमर्पण की चेतावनी देने लगे। हालांकि उसने एक बात न सुनी और छीनी हुई पिस्टल से बार-बार फायर करता रहा। जवाबी कार्रवाई में उसे पुलिस की एक गोली लग गई और वह चिल्लाता हुआ गिर गया। पास जाकर देखा गया तो उसकी सांसे चल रही थीं, तत्काल सरकारी गाड़ी द्वारा राम मनोहर लोहिया  इमरजेंसी में भेजा गया लेकिन वहां इलाज के दौरान गिरधारी की मौत हो गई।

लखनऊ (Uttar Pradesh) । विकास दुबे की तरह पुलिस से पिस्टल छीनकर भागे हत्यारोपी गिरधारी उर्फ डॉक्टर का सोमवार को एनकाउंटर हो गया। बता दें कि मारा गया आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह हत्याकांड में तीन दिन की रिमांड पर चल रहा था, जिसकी आज रिमांड खत्म होने वाली थी। 

असलहा बरामदगी के लिए आरोपी को ले जा रही थी पुलिस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरधारी उर्फ डॉक्टर को लेकर अजीत सिंह हत्या में प्रयुक्त असलहा बरामदगी के लिए सहारा हॉस्पिटल के पीछे खरगापुर क्रॉसिंग के पास लेकर पहुंची। बताते हैं गाड़ी रुकी और लोग सीट से उतरे। इसके बाद एसआई अख्तर उस्मानी अपने साइड से अभियुक्त को उतार रहे थे, तभी आरोपी गिरधारी ने इंस्पेक्टर उस्मानी की नाक पर अपने सिर से हमला कर दिया। इससे अख्तर उस्मानी गिर गए और गिरधारी उनकी पिस्टल लेकर भागने लगा।

पिस्टल लेकर झाड़ियों में भागा था आरोपी
पुलिस के मुताबिक यह सब देख साथ गए वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल सिंह ने पीछा किया। जिसपर गिरधारी उनके ऊपर फायर करता हुआ झाड़ियों में भाग गया। इसकी सूचना ब्रैवो कंट्रोल रूम व 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस उपायुक्त पूर्वी वहां आ पहुंचे और झाड़ियों को चारों तरफ से पुलिस घेर लिया।

ऐसे हुआ एनकाउंटर
गिरधारी को आत्मसमर्पण की चेतावनी देने लगे। हालांकि उसने एक बात न सुनी और छीनी हुई पिस्टल से बार-बार फायर करता रहा। जवाबी कार्रवाई में उसे पुलिस की एक गोली लग गई और वह चिल्लाता हुआ गिर गया। पास जाकर देखा गया तो उसकी सांसे चल रही थीं, तत्काल सरकारी गाड़ी द्वारा राम मनोहर लोहिया  इमरजेंसी में भेजा गया लेकिन वहां इलाज के दौरान गिरधारी की मौत हो गई।