सार
यूपी के जिले बाराबंकी में अपने मामा के साथ घूमने आए दो भाइयों की लाश पुलिस को बरामद हुई है। जिसको देखने के बाद परिजनों के होश उड़ गए है। दोनों शव सगे भाइयों के बताए जा रहे हैं जो फतेहपुर के ग्राम बसारा के निवासी रामकिशोर के पुत्र सात वर्षीय कृष्णा और पांच वर्षीय दिव्यांश हैं।
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के जिले बाराबंकी में दो दिन पहले मामा के साथ घूमने निकले सगे भाइयों का शव बुधवार को नहर के पास मिला। जिसकी वजह से दोनों की हत्या की आंशका जताई जा रही है। मृतक के पिता ने आरोपित मामा पर अपहरण का मुकदमा कराया था लेकिन अब दोनों की लाश पुलिस को बरामद हुई है। शव मिलने के बाद एसपी, एएसपी व सीओ ने घटनास्थल का जायजा लिया और तहरीर के आधार पर पुलिस मामा की तलाश में जुट गई है। फिलहाल आरोपी मामा लापता है।
कुछ दूरी पर मिले दोनों मासूम के शव
जानकारी के अनुसार फतेहपुर थाना के ग्राम बसारा में रहने वाले रामकिशोर का सात वर्षीय पुत्र कृष्णा और पांच वर्षीय पुत्र दिव्यांश इसरौली में एक निजी विद्यालय में कक्षा दो व केजी का छात्र था। दोनों के मामा बाइक से ही स्कूल से लेने और छोड़ने जाते थे। रामकिशोर की पत्नी कृष्णावती का भाई महेंद्र प्रताप दो महीने से अपनी बहन के यहां ही रह रहा था पर वह खेवली गांव का रहने वाला है। पीड़ित की तहरीर पर जांच में जुटी पुलिस को बुधवार को एक शव सतरिख थाना के पांडे का पुरवा तो वहीं दूसरा शव डेढ़ किमी दूर भगवानपुर में स्थित नवाबगंज रजबहा में पाया गया।
आरोपी मानसिक रूप से है बीमार
पुलिस पहले पांडे का पुरवा शव की सूचना पर पहुंची थी। उसको निकालते समय ही दूसरे शव की जानकारी मिली। एएसपी मनोज पांडेय और सीओ सदर नवीन सिंह ने घटना स्थल का जायजा लिया। डाग स्क्वायड और फील्ड यूनिट भी मौके पर पहुंची। एसएसआइ फतेहपुर सतीश सिंह ने बताया कि आरोपित महेंद्र का विवाह हुआ था लेकिन उसका पत्नी के साथ विवाद चल रहा है। उसकी एक संतान भी है और वह करीब दो महीने से अपनी बहन कृष्णावती के यहां रह रहा था। वह मानसिक रूप से बीमार था, जिसका मनोचिकित्सक डॉ. संदीप से उपचार भी चला है।
परिजनों ने शव को देखकर की पहचान
दोनों मासूमों की हत्या के पीछे भी मामा के मनोरोगी होने की ही चर्चा है। फतेहपुर से लापता दोनों बच्चों की सूचना सभी थानों पर थी। वहीं पिता बेटों की तलाश में सीतापुर गए हुए थे। बुधवार को शव मिलने पर पुलिस ने कृष्णा व दिव्यांश के परिजनों को सूचना दी, जिससे वह आकर पहचान कर सकें। शव विच्छेदन गृह पहुंचे परिवारजन ने मां कृष्णावती को फोन कर बच्चों के कपड़ों की जानकारी ली। कपड़े वहीं होने के बाद परिजनों ने शव देखकर पहचान की। दोनों के शव मिलने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।